दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद MP में भी एक्शन, बेसमेंट में चल रहे कई सेंटर किए सील
Bhopal Coaching Centre Seal: दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद मध्य प्रदेश में भी एक्शन शुरू हो गया है, राजधानी भोपाल में कई बेसमेंटों को सील कर दिया गया है.
Bhopal Coaching Centre: दिल्ली कोचिंग संस्थान में तीन छात्र छात्राओं की मौत के बाद अब भोपाल भी प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देशन में आठ टीमों ने भोपाल के सभी कोचिंग सेंटरों की जांच की है. जहां कई कोचिंग संस्थानों को बेसमेंट में संचालित किया जा रहा था, ऐसे में इन बेसमेंटों को सील कर दिया गया है. जिसमें कई प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान भी शामिल हैं.
जहां लापरवाही वहां कार्रवाई
भोपाल के जिन कोचिंग सेंटर्स में लापरवाही दिखी है, वहां कार्रवाई भी हुई है. बता दें कि भोपाल में एमपी नगर, कस्तूरबा नगर, कोलार, बिट्टन मार्केट, आईएसबीटी, शाहपुरा क्षेत्र में सबसे ज्यादा कोचिंग संस्थान हैं. यहां कई कोचिंग बेसमेंट में संचालित हो रहे थे. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए कोचिंग की जगह बेसमेंट सील किए गए हैं. कौटिल्य और औरस कोचिंग संस्थान बेसमेंट में चल रहे थे, जिनके ऑफिस और एरिया को सीज कर दिया गया है. एक हिस्सा जहां सेफ्टी इशू नहीं है उस जगह को जांच होने तक चालू रखा जाएगा, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो. भोपाल के एसडीएम आशुतोष शर्मा का कहना है कि बसेमेंट के अलावा बाकी के एरिया की भी जांच की जाएगी अभी सिर्फ बसेमेंट वाले कोचिंग टारगेट पर हैं.
दरअसल, भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों की जांच की गई है. हालांकि जब टीम यहां पहुंची थी तब वहां पर पढ़ाई नहीं हो रही थी. ऐसे में कोचिंग संस्थान के संचालकों का कहना है कि बेसमेंट में कोचिंग का समान रखा था, यहां पर पढ़ाई नहीं होती थी. एसडीएम आशुतोष शर्मा का कहना है कि फिलहाल शहर की सभी कोचिंग संस्थानों पर हमारी नजर है. जहां भी कमियां नजर आएंगी वहां पर कार्रवाई की जाएगी.
दिल्ली की घटना के बाद अलर्ट पर प्रशासन
दरअसल, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई घटना के बाद एमपी का प्रशासन भी अलर्ट पर हैं. बता दें कि ओल्ड राजेंद्र नगर के राउ आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था, जहां तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी. एनडीआरएफ की टीम ने देर रात इन छात्रों के शव बाहर निकाले थे, जबकि 14 छात्रों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया था. फिलहाल इस मामले को लेकर सड़क से लेकर सदन तक हंगामा चल रहा है. वहीं मध्य प्रदेश के भी सभी शहरों में सरकार ने इस तरह के कोचिंग संस्थानों को लेकर जांच के निर्देश दिए हैं.
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