कांग्रेस विधायक की अपने नेताओं को नसीहत, ``रहना है तो कांग्रेस में रहो नहीं तो चले जाओ BJP में``
भोपाल में कांग्रेस के एक विधायक ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को बड़ी नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा कि इस बार कमल छाप कांग्रेस के चिन्टूओं की खैर नहीं. जो नेता कांग्रेस में रहकर बीजेपी के लिए काम करते हैं उनकी इस बार खैर नहीं होगी.
प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों के बयान इन दिनों प्रदेश की सियासत में चर्चा का बिषय बने हुए हैं. क्योंकि इन बयानों से प्रदेश का सियासी पारा गर्माया हुआ है. पहले कांग्रेस विधायक संजय यादव का बयान चर्चा में बना हुआ था, विधायक विनय सक्सेना भी उनके बयान का समर्थन किया था. वहीं अब कांग्रेस एक और विधायक ने बड़ा बयान देते हुए अपनी पार्टी के नेताओं को ही बड़ी नसीहत दी हैं.
कांग्रेस में रहकर भाजपा के लिए काम करने वालों की खेर नहीं: आरिफ मसूद
राजधानी भोपाल की मध्य विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि ''कांग्रेस में रहकर भाजपा के लिए काम करने वालों की खेर नहीं होगी. उन्होंने खुले मंच से कहा कांग्रेस में रहकर BJP में काम करने वाले कमल छाप चिन्टूओं की इस बार कोई खैर नहीं होगी. आरिफ मसूद ने कहा कि अगर रहना है तो कांग्रेस में रहो नहीं तो चले जाओ बीजेपी में.''
आरिफ मसूद यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि ''कुछ नेता कांग्रेस में रहकर नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं कांग्रेस के चिंटू, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि 2018 में भी बोरियाबिस्तार बांधा था 2023 में भी बांधेंगे, इसलिए अभी चले जाओ बीजेपी में. बताया जा रहा है कि आरिफ मसूद का इशारा उन नेताओं की तरफ था, जिन पर कांग्रेस में रहकर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगता है. बता दें कि आरिफ मसूद भोपाल में आयोजित पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे, तभी उन्होंने यह बयान दिया.
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस के विधायक ने इस तरह का बयान दिया है, इससे पहले भी कांग्रेस के कई बड़े नेता इस तरह का बयान दे चुके हैं. पहले भी कई नेताओं ने अपनी ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए पार्टी में रहकर बीजेपी के लिए काम न करने की नसीहत दी है.
संजय यादव ने जताया था विरोध
दरअसल, दो दिन पहले जबलपुर की बरगी विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक संजय यादव ने अपनी ही पार्टी पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि पार्टी फोरम पर बात रखने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती है. वहीं उनके बयान का जबलपुर से विधायक विनय सक्सेना ने भी समर्थन किया था. जिसके बाद कांग्रेस में कलह खुलकर सामने आ गई थी. जबकि अब आरिफ मसूद ने अपने ही पार्टी के विधायकों को नसीहत दी है.
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