आकाश द्विवेदी/भोपाल। मध्य प्रदेश जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में सबसे ज्यादा तकरार भोपाल जिला पंचायत में देखने को मिली. यहां कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पीसी शर्मा वा बीजेपी की तरफ से मंत्री भूपेंद्र सिंह, विश्वास सारंग और रामेश्वर शर्मा आमने-सामने आ गए. बीजेपी आखिरी वक्त में पूरा प्लान बदल दिया. बीजेपी ने कांग्रेस समर्थित रामकुंवर गुर्जर को अध्यक्ष बनवा दिया. उनके साथ अन्य पांच कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने भी उन्हें वोट किया. इस तरह भोपाल में बीजेपी का जिला अध्यक्ष बन गया. इस मामले में अब कांग्रेस ने एक्शन लिया है. 


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कांग्रेस का एक्शन 
वहीं भोपाल में जिला पंचायत चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने एक्शन लिया. कांग्रेस ने चार सदस्यों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. भोपाल जिला पंचायत चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष पद की अधिकृत प्रत्याशी रश्मि अवनीश भार्गव के विरोध में काम करने के बाद यह कार्रवाई की गई है. वहीं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया.


कांग्रेस ग्रामीण के उपाध्यक्ष नवरंग गुर्जर, ब्लाक कांग्रेस फंदा के अध्यक्ष विनोद राजौरिया, जिला ग्रामीण युवा कांग्रेस अध्यक्ष रोहित राजौरिया और रामगोपाल राजपूत को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से किया गया निष्कासित किया है. 


कांग्रेस ने कोर्ट जाने की कही बात 
वहीं इस मामले में कांग्रेस ने कोर्ट जाने की बात कही है. कांग्रेस विधायक और मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि वह  पंचायत चुनाव में निर्वाचन के मुद्दे को लेकर कोर्ट जाएगी, पीसी शर्मा ने कहा कि निर्वाचन की प्रक्रिया में जिस तरह से फर्जीवड़ा हुआ, टेंडर वोट किए गए, मंत्रियों के फ्लैग लगे हुए गाड़ी में वोटर्स को लाया गया वहां पूरा पुलिस प्रशासन और पैसे का चल रहा था.  जो विधायक हैं उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं थी वो गए और उन्होंने चुनाव को प्रभावित किया है. इसलिए हम निश्चित तौर पर कोर्ट जाएंगे.


दरअसल. भोपाल में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गईं. दोपहर में शिवराज सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह कुछ सदस्यों को अपनी गाड़ी में लेकर पहुंचे थे. इसी दौरान दिग्विजय सिंह और पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी उनकी गाड़ी के सामने आ गए. इस दौरान बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा सदस्यों को लेकर अंदर चले गए तो दिग्विजय सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं ने जिला पंचायत कार्यालय के भीतर जाने की कोशिश की. इसी दौरान दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेताओं ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की की.