प्रमोद शर्मा/भोपाल। भोपाल में पुलिस ने मार्च के महीने में 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इस पूरे मामले की जांच NIA को सौंपी गई थी. NIA ने आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद जांच रिपोर्ट दायर कर दी है. जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि यह आतंकी बड़ी प्लानिंग में थे. बता दें कि जब इन की गिरफ्तारी हुई थी, तब पुलिस को आरोपियों के पास से जिहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज मिले थे, जहां प्रारंभिक जांच में आरोपियों का ताल्लुक जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश के सक्रिय सदस्य के रूप में होना पाया गया है. इन्हें भोपाल ATS ने ऐशबाग थाना इलाके से गिरफ्तार किया था.


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युवाओं को जिहाद के लिए उकसा रहे थे
NIA ने जेएमबी भोपाल मामले में 6 लोगो के खिलाफ चार्जशीट दायर की. चार्जशीट में बताया गया है कि ये आतंकी युवाओं को जिहाद के लिए उकसा रहे थे. जांच में खुलासा हुआ है कि जांच आतंकी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जिहाद करने और हिंसक और आतंकवादी कृत्य करने की साजिश रची थी. वे शरिया कानून स्थापित करने के लिए एक खिलाफत की स्थापना के लिए युवाओं को भारत में हिंसक जिहाद करने के लिए उकसाते हुए पाए गए है.''


NIA ने की रिपोर्ट में बताया गया है कि यह सभी 6 आतंकी युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद करने के लिए प्रेरित करने में जुटे थे. इसके अलावा हिसंक घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में भी थे. फिलहाल जांच के बाद पूरे मामले की रिपोर्ट NIA की विशेष अदालत में दायर की गई है. बता दें कि इस आतंकवादी संगठन के द्वारा भारत के कई क्षेत्रों में स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे आतंकवादी घटनाएं कराई जा सके. गिरफ्तार सभी आतंकी ऐसी ही एक स्लीपर सेल का हिस्सा थे जो कोई बड़ी घटना करने के फिराक में था. 


भोपाल से हुई थी गिरफ्तारी 
बता दें कि इन सभी आतंकियों की गिरफ्तारी की भोपाल से हुई थी. ATS को सूचना मिली थी कि भोपाल में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. पड़ताल के बाद पुलिस ऐशबाग पहुंची थी और एक बिल्डिंग में छापा मारा. यहां पुलिस के आने की भनक लगने पर आतंकियों ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था, जिसके बाद पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई और वहां से दो लोगों को पकड़ा गया. इनकी निशान देही के बाद दो अन्य को करोंद इलाके की खातिजा मस्जिद के करीब से गिरफ्तार किया गया था.


ये आतंकी किए गए थे गिरफ्तार 
प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी आतंकियों के JMB से जुड़े होने की पुष्टि की थी. ATS ने फजहर अली उर्फ महमूद पिता अशरफ इस्लाम उम्र 32 साल, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद पिता नूर अहमद शेख उम्र 24 साल, जहूरउद्दीन उर्फ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उर्फ जौहर अली पिता शाहिद पठान उम्र 28 साल, फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन, उर्फ हुसैन पिता अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है.


क्या है JMB संगठन 
बता दें कि JMB एक आतंकी संगठन है. जिसका पूरा नाम जमात-ए-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश आतंकवादी संगठन है. इस संगठन ने  2005 में बांग्लादेश के 50 शहरों और कस्बों के 300 स्थानों पर लगभग 500 छोटे बम विस्फोट किए गए थे. 2014 में भारत के पश्चिम बंगाल के वर्धमान बम ब्लास्ट में और 2018 में बोधगया बम ब्लास्ट में भी इसी संगठन का हाथ था. इस पर 2019 में भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था.