Bhopal Satpura Bhawan Fire: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)की राजधानी भोपाल के सतपुड़ा भवन (Satpura Bhawan Fire) में लगी आग को लगभग 15 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद काबू पाया गया.  बताया जा रहा है कि कल शाम 4 बजे के आस - पास भवन में आग लगी थी, जिसने धीरे - धीरे विकराल रुप धारण कर लिया. इस आग को लेकर कहा जा रहा है कि ये AC में ब्लास्ट होने की वजह से लगी थी. बता दें कि सतपुड़ा भवन में मध्य प्रदेश सरकार के कई ऑफिस भी थे. जिसके बाद कांग्रेस (Congress) ने बीजेपी (BJP) पर सवाल खड़ा किया है. ये पूरा घटना क्रम कैसे हुआ, कब - कब क्या हुआ क्या एक्शन लिया गया जानते हैं.


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सतपुड़ा भवन 
सतपुड़ा भवन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के वल्लभ भवन के सामने सतपुड़ा भवन स्थित है. यह छह फ्लोर की बिल्डिंग है. बता दें कि मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा प्रशासनिक भवन है. इसमें रोजाना लगभग 700 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं. एक हिसाब से कह सकते हैं की प्रदेश में प्रशासन से जुड़ी सारी गतिविधियां इस भवन से होकर आती जाती हैं. इस वजह से इसमें लगी आग पर और ही ज्यादा चर्चा है.


तीसरे फ्लोर पर लगी आग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कल शाम  को जब कर्मचारी अपने- अपने काम में व्यस्त थे उसी दौरान 4 बजे के आस - पास सतपुड़ा भवन के तीसरे फ्लोर पर आग लग गई. देखते ही देखते इस आग ने विकराल रुप धारण कर लिया. आग लगने की वजह से पूरे बिल्डिंग में भगदड़ मच गई, लोगों में डर का माहौल खड़ा हो गया धीरे- धीरे ये चौथे फ्लोर पर आग फैल गई आग की वजह से बिल्डिंग में लगी एसी फटने लगी, जिसके बाद करीब 50- 60 दमकल की गाड़ियां 300 टैंकर दो एफबी सहित विभाग के कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 15 घंटे बाद आग पर काबू पाया. 


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जलकर खाक हुए दस्तावेज


सतपुड़ा भवन में लगी आग की वजह से बताया जा रहा है कि सरकारी विभाग की लगभग 12 हजार फाइलें जलकर राख हो गई है. तीसरे फ्लोर को लेकर कहा जा रहा है कि यहां पर बजट, हॅास्टल और प्रस्ताव से जुड़ी फाइलें थी. चौथे फ्लोर पर सीएम मॅानीटरिंग प्रकरण, जन शिकायत आयोग शाखा, परिवार कल्याण से जुड़ी फाइलें थी.  छठवीं मंजिल पर स्वास्थ्य विभाग का रिकॅार्ड रुम था बताया जा रहा है कि यहां पर 12 हजार से ज्यादा जरुरी फाइलें थी. डायरेक्टर एडमिन भी यहीं बैठते थे, यहां पर सब जलकर खाक हो गया. यानि की सबसे ज्यादा नुकसान स्वास्थ्य विभाग को हुआ.


सीएम ने पीएम से की थी बात
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मदद के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बात की थी. मुख्यमंत्री ने एयरफोर्स भेजने के लिए मदद मांगी थी. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी फोन पर चर्चा कर घटना जानकारी दी थी. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया था. बताया जा रहा था कि आग नहीं बुझी तो AN 32 विमान और MI-15 हेलिकॉप्टर यहां पहुंचेंगे, लेकिन हेलिकॅाप्टर की जरुरत नहीं लगी.


जांच के लिए बनाई कमेटी
सतपुड़ा भवन में आग लगने के मामले में मुख्यमंत्री ने आग के प्रारंभिक कारणों को जानने के लिए कमेटी बनाई है. कमेटी में 4 लोगों को शामिल किया है. इसमें एसीएस होम राजेश राजौरा, पीएस अर्बन नीरज मंडलोई, पीएस पीडब्ल्यूडी सुखबीर सिंह और एडीजी फायर कमेटी में रहेंगे. कमेटी जांच के प्रारंभिक कारणों का पता कर रिपोर्ट मुख्यमंत्री चौहान को सौंपेंगी.


कांग्रेस ने जताई साजिश की आशंका
सतपुड़ा में लगी आग की वजह से कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है. MP कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके कहा गया कि शिवराज की दफ्तर की आग बता रही है, बीजेपी सरकार मध्य प्रदेश से जा रही है. इसके अलावा पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि किसी भी राज्य में चुनाव से पहले सरकारी रिकॉर्ड भवन में अगर आग लग जाए, तो समझो सरकार गई.


इसके अलावा कहा कि गुनाह मिटा दिए गए शिवराज जी और उनकी सरकार की चला चली की बेला है…साथ ही साथ पूर्व मंत्री अरुण सुभाष यादव ने ट्वीट कर कहा- आग के बहाने घोटालों के दस्तावेज जलाने की साजिश तो नहीं. बता दें कि आग लगने के बाद मध्य प्रदेश में सियासी माहौल गरम है.