प्रिया पांडे/भोपाल: MPPSC यानी मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोन ने अटकी भर्ती का कैलेंडर जारी कर दिया है. गौरतलब है कि काफी समय से अभ्यार्थी प्रदर्शन कर रहे थे. अब 29 सितंबर 2022 को आयोग की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की गई है. जिसमें कहा गया है कि 2019 की प्रारंभिक परीक्षा का संशोधित रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 


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बता दें कि MPPSC 2019, MPPSC 2020, MPPSC 2021 प्रोसेस में है. एमपीपीएसी ने 2019 की मुख्य परीक्षा का आयोजन जनवरी 2023 के दूसरे हफ्ते और 2021 की मुख्य परीक्षा का आयोजन फरवरी के तीसरे हफ्ते कराने की जानकारी दी गई है.


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87% के हिसाब से रिजल्ट घोषित करने के दिए निर्देश
सामान्य प्रशासन विभाग ने पीएससी सचिव को पत्र लिख कहा था कि हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश का हवाला देते हुए कहा कि 87 फीसदी पदों के हिसाब से रिजल्ट बनाकर जारी किया गया और 13 फीसदी पदों पर प्रोवीजनल रिजल्ट जारी होगा. जो हाईकोर्ट के अंतिम आदेश के बाद तय होंगे.


ओबीसी को 14% ही मिलेगा आरक्षण
खबर के मुताबिक सरकार 27 फीसदी आरक्षण की जगह 14 प्रतिशत आरक्षण देगी और 13 प्रतिशत आरक्षण को न्यायालय के आदेश के बाद निर्णय लेना होगा.


क्यों अटकी  MPPSC की भर्तियां?
दरअसल इसके पीछे दो कारण है- पहला ओबीसी आरक्षण दूसरा राज्य सेवा परीक्षा नियम में बदलाव करना. पहले बात करते है ओबीसी आरक्षण की जिसे 2019 में एमपी सरकार ने 14 प्रतिशत से बढ़कर 27 प्रतिशत कर दिया था. 2019 में प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट इसी के अंतर्गत जारी हुआ था. जिसके बाद OBC, SC और ST कैटेगरी के लिए रिजर्वेशन 50 प्रतिशत को पार हो गया था. फिर मई 2022 में हाईकोर्ट में 27 फीसदी आरक्षण के फैसले पर रोक लगा दी थी.