छत्तीसगढ़ के इस शहर से भी शुरू हुई दिल्ली के लिए उड़ान, जानें कितना होगा फ्लाइट का किराया और टाइमिंग?
Bilaspur News: बिलासपुर से नई-दिल्ली के लिए सीधी विमान सेवा शुरू की जा रही है. इससे लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होने लगेगी. इसकी मांग यहां के लोग कब से कर रहे थे.
Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से नई दिल्ली के लिए बहुत जल्द विमान सेवा शुरू होने जा रही है. यह फ्लाइट एलायंस एयर शुरू करेगी, जो विंटर सीजन में सप्ताह के तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलेगी. इस सेवा की शुरुआत 31 अक्टूबर से होगी. इसके अलावा बिलासपुर से दिल्ली के लिए जबलपुर होकर चलने वाली फ्लाइट अब बुधवार, शुक्रवार और रविवार को चलेगी. सोमवार को एक भी फ्लाइट नहीं उड़ेगी.
विन्टर शेड्यूल के अनुसार, दिल्ली से बिलासपुर सीधी फ्लाईट सुबह 9 बजे उड़ान भर कर 11.15 बजे बिलासपुर पहुंचेगी. यह फ्लाईट दोपहर 3.15 पर बिलासपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरकर शाम 5.25 बजे दिल्ली में वापस उतर जायेगी. इस उड़ान के कारण प्रयागराज फ्लाईट के समय भी बदलाव किया गया है. यह अब 11.45 बजे बिलासपुर से उड़कर दोपहर 1.00 बजे प्रयागराज पहुंचेगी और 1.30 पर वहां से उड़कर दोपहर 2.45 बिलासपुर वापस आ जायेगी. यही फ्लाइट वापस फिर दिल्ली जाएगी और साथ ही बिलासपुर दिल्ली वाया जबलपुर का समय पहले जैसा ही रखा गया है.
फ्लाईट का किराया
अगर वर्तमान स्थिति पर बात करें, तो बिलासपुर से दिल्ली की फ्लाइट का मूल्य लगभग 7000 रुपए है. इससे बिलासपुर समेत सरगुजा और रायगढ़ जैसे अन्य स्थानों के यात्री रायपुर जाने की आवश्यकता से बच सकेंगे, जिससे उनका समय और पैसे दोनो की बचत होगी. हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति लगातार बिलासपुर से देश की चारो महानगरों तक सीधी उड़ान की मांग करती रही है. हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी का बिलासपुर दौरा हुआ था, तब समिति का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने का समय मांगा था. परन्तु समय न दिए जाने पर विरोध स्वरूप 35 सदस्यों ने अपनी गिरफ्तारी दी थी.
हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति
समिति ने इस निर्णय का स्वागत किया है और बताया कि हमने प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के समय जो गिरफ्तारी दी थी उसका ही असर हुआ है. समिति ने बिलासपुर से हैदराबाद, बिलासपुर से कोलकाता और बिलासपुर से मुंबई तक भी सीधी उड़ान की मांग दोहराई तथा बिलासपुर एयरपोर्ट को पुनः उड़ान 5 योजना में शामिल करने की मांग की है. साथ ही यह भी बता दें कि इस आंदोलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी साथ दिया था. उनके द्वारा इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा गया था.