Madhya Pradesh News In Hindi: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक बार फिर बोरवेल हादसे का मामला सामने आया है. इस बार इसका शिकार कोई बच्चा नहीं बल्कि एक बकरा हुआ है. बता दें कि बढ़ते बोरवेल हादसों के बाद प्रदेश के सीएम ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे. लेकिन इसके बावजूद सीएम के निर्देशों की अनदेखी की गई, जिसका खामियाजा एक आदिवासी परिवार को भुगतना पड़ा. एक आदिवासी परिवार का बकरा बोरवेल के गड्ढे में गिर गया, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया. घटना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बकरे को बचाने का प्रयास शुरू किया. स्थानीय लोगों द्वारा जेसीबी बुलाई गई और बोरवेल के पास खुदाई शुरू कर बचाव अभियान चलाया गया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बोरवेल में गिरा बकरा
यह पूरी घटना रीवा के मऊगंज स्थित नईगढ़ी थाना क्षेत्र के गढ़वा गांव की है. जहां बुधवार सुबह एक व्यक्ति का बकरा पास के खेत में स्थित खुले बोरवेल में गिर गया. घटना की जानकारी मिलते ही व्यक्ति बोरवेल की ओर दौड़ा और उसे बाहर निकालने का प्रयास किया. कुछ देर बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. दो जेसीबी बुलाई गईं. बोरवेल के समानांतर 30 फीट तक खुदाई की गई और बकरे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.


यह भी पढ़ें: Today Weather Update: MP में अगले तीन दिन बारिश का अलर्ट! छत्तीसगढ़ में गर्मी के बीच बदला मौसम


 


पहले भी सामने आज चुके हैं ऐसे कई मामले
बता दें कि हाल ही में जिले के त्योंथर क्षेत्र अंतर्गत मनिका गांव में खेत में खेलते समय 6 साल का मासूम बच्चा खुले बोरवेल में गिर गया था. हादसे में 6 साल के मासूम मयंक की मौत हो गई थी. हादसे के बाद रेस्क्यू टीम ने लगातार 45 घंटे अभियान चलाया, जेसीबी के जरिए खुदाई का काम भी किया गया लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका. घटना पर सीएम मोहन यादव ने नाराजगी जताते हुए सख्त तेवर दिखाए थे. प्रदेश के मुखिया मोहन यादव ने दुख जताते हुए जिम्मेदार अफसरों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए थे.


रिपोर्ट- अजय मिश्रा