दीपेश शाह/विदिशा: विदिशा के सिविल लाइन स्थित गायत्री परिवार के मंदिर में एक अनोखा विवाह आज देखने को मिला. जहां ग्राम इमलावदा निवासी वीर सिंह रघुवंशी जो शारीरिक रूप से पूर्णता स्वस्थ हैं लेकिन उन्होंने पैरों से दिव्यांग सरोज कुशवाहा के साथ सात फेरे लेकर जीवन भर साथ निभाने का वचन दिया है. गायत्री परिवार में हुई शादी में बर वधू दोनों ही परिवार के सदस्य मौजूद रहे सभी की सहमति से यह व्यवहार संपन्न हुआ है.


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दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे
दूल्हा बने वीर सिंह का कहना हैं कि उन्होंने अपनी मर्जी और पूर्ण निष्ठा के साथ यह व्यवहार किया है. मेरा परिवार के सदस्यों से कहना है कि शादी से पहले दोनों की मुलाकात हुई थी. एक दूसरे को पसंद करते हैं दिव्यांगता उनके जीवन में किसी प्रकार से आड़े नहीं आएगी. मैं दूसरे लोगों से कहना चाहता हूं, किसी की दिव्यांगता की वजह से उसे छोड़ नहीं देना चाहिए. हमेशा साथ देना चाहिए. 


ऐसा विवाह पहली बार देखा
वही मंदिर के पुजारी प्रेम नारायण का कहना है कि उन्होंने कई विवाह संपन्न कराए हैं लेकिन इस प्रकार का विवाह पहली बार देखा है. जो अंतर जाति विवाह होने के साथ-साथ एक दिव्यांग जीवन सुधारने के लिए युवक ने विवाह किया है. मुझे बहुत खुशी है जिस तरह दूल्हे ने दुल्हन से शादी की है. इस विवाह से समाज को प्रेरणा मिलती है.


परिवार में खुशी का माहौल
वहीं शादी की सारी रस्में दूल्हा व दुल्हन के परिवार और की सहमति से संपन्न हुई है. दूल्हन का कहना है कि वो ऐसा पति पाकर खुश है. वहीं इस विवाह से परिवार में भी खुशी का माहौल है. परिवार के सदस्यों का कहना है कि शादी से पहले दोनों की मुलाकात हुई थी. एक दूसरे को पसंद करते हैं.