Budhni Vidhan Sabha Chunav Parinam 2024 LIVE: बुधनी विधानसभा उपचुनाव में वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. 13 राउंड की मतगणना के बाद बीजेपी के रमाकांत भार्गव ने कांग्रेस के राजकुमार पटेल को हरा दिया है. बीजेपी के रमाकांत भार्गव को 107478 वोट मिले हैं, जबकि कांग्रेस के राजकुमार पटेल को 93577 वोट मिले हैं. इस तरह बीजेपी प्रत्याशी ने यहां 13901 वोटों से जीत हासिल की है. कांग्रेस के राजकुमार पटेल शुरुआत के दो राउंड तक आगे रहे लेकिन तीसरे राउंड से वह पिछड़ गए और बढ़त नहीं बना पाए. इसके बाद बीजेपी प्रत्याशी ने लगातार बढ़त बनाए रखी और जीत हासिल की है. हालांकि बीजेपी 2023 के चुनाव में इस सीट पर 1 लाख से भी ज्यादा वोटों से चुनाव जीती थी, लेकिन अब जीत का अंतर 91 हजार तक घट गया है. 


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पूर्व सांसद बने विधायक 


रमाकांत भार्गव 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर विदिशा संसदीय सीट से सांसद चुने गए थे. लेकिन 2024 में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था. वहीं बुधनी में उपचुनाव की स्थिति आने के बाद बीजेपी ने उन्हें बुधनी में प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत हासिल की है. रमाकांत भार्गव पहली बार विधायक का चुनाव जीते हैं. 


बुधनी सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ 


बुधनी विधानसभा सीट बीजेपी का मजबूत गढ़ मानी जाती है. 2003 के बाद से बीजेपी यहां से लगातार चुनाव जीत रही है. कांग्रेस को 1998 में यहां आखिरी जीत मिली थी. बुधनी सीट पर किरार और ओबीसी मतदाता निर्णायक माने जाते हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस ने यहां जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए ही इस बार यहां प्रत्याशियों को मौका दिया था. वहीं कांग्रेस में शामिल रहे अर्जुन आर्य टिकट न मिलने से नाराज होकर समाजवादी पार्टी के टिकट पर मैदान में थे. 


77.32 प्रतिशत वोटिंग 


बुधनी विधानसभा सीट पर 77.32 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. बात अगर बुधनी विधानसभा सीट के इतिहास की जाए तो यहां अब तक 16 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें से पांच बार कांग्रेस जीती है, जबकि सात बार बीजेपी ने बाजी मारी है. वहीं एक बार भारतीय संघ को जीत मिली थी, जबकि दो बार स्वतंत्र उम्मीदवार जीते हैं. जबकि बुधनी में दो उपचुनाव भी हो चुके हैं, 1992 और 2003 के बाद अब 2023 में फिर यहां पर उपचुनाव हुआ है. 


बुधनी में इस वजह से हुआ उपचुनाव 


दरअसल, बुधनी विधानसभा सीट पर 2023 में बीजेपी को बड़ी जीत मिली थी. यहां से पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जीत हासिल की थी. लेकिन सांसद बनने के बाद उनके इस्तीफे से यह सीट खाली हो गई थी. जिसके चलते बुधनी सीट पर उपचुनाव की स्थिति बनी. जहां बीजेपी ने पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को मौका दिया था, वहीं कांग्रेस ने 1993 में यहां से विधायक चुने गए राजकुमार पटेल को टिकट दिया था.