कुलदीप नागेश्वर पवार/बुरहानपुर: मध्य प्रदेश को यूं ही नहीं अजब-गजब कहा जाता है. बल्कि यहां एक से बढ़कर एक गजब का करामात देखने को मिलता है. वहीं आज के इस डिजिटल दौर में मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक ऐसा शख्स है जो करीब 30 सालों से बिना किसी घड़ी के सही समय बता रहा है. इसकी प्रतिभा को देखकर लोगों ने इसे चलती फिरती घड़ी का नाम दिया है. 


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बिना घड़ी देखे बताते हैं सही टाइम
दरअसल बुरहानपुर जिले के नेपानगर कि यहां वार्ड क्र. 03 गिट्टी खदान के निवासी सुखलाल अपनी मां के देहांत के बाद से अकेला ही रहते हैं. जिन्हें भगवान ने एक ऐसी अनोखी कला दी है, कि युवक की कला देखकर सभी आश्रचर्य चकित हो जाते हैं. यह कला हर किसी के पास नहीं होती है. यह लाखों करोड़ों में शायद ही किसी के पास होती है. सुखलाल आज के इस डिजिटल युग में बिना घड़ी या मोबाइल देखे ही समय बता देते हैं. सुखलाल से कभी किसी भी वक्त टाइम पूछने पर उनके द्वारा सही समय बताया जाता है जो घड़ी मिलान करने पर सही होता है.


चलती फिरती घड़ी
सुखलाल को नेपानगर के लोग चलती फिरती घड़ी कहते हैं. आज के डिजीटल युग में सब काम डिजीटल हो गया है. समय भी देखना हो तो व्यक्ति अपने मोबाईल से समय देखता है. लेकिन सुखलाल किसी डिजीटल घडी से कम नहीं है. सुखलाल गरीब होकर अकेला ही अपना गुजर बसर करता है, ट्रेन व अन्य जगह भीख मांगकर अपना पेट भरता है. सुखलाल इसे कुदरत की घड़ी बताते हैं. वह कहते हैं कि यह घड़ी मुझे ही दिखती है और किसी को नहीं दिखती है. करीब 25 वर्षो से बिना घड़ी देखे समय बताते आ रहे हैं.


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