Burhanpur News: बुरहानपुर। साल 2023 के अंत में हुए विधानसभा चुनाव के समय से ही कांग्रेस में लगातार फूट हो रही थी. हालांकि, मध्य प्रदेश में चुनाव हारने के बाद पार्टी ने कई बदलाव किए लेकिन इसका कुछ खासा असर नहीं दिखा. लोकसभा चुनाव 2024 के ऐलान के बाद भी नेता पार्टी छोड़ रहे थे और उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो रही थी. हालांकि, पार्टी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पार्टी को मजबूत करने के लिए नेताओं के निष्कासन रद्द करने का फैसाला लिया और इसका असर दिखने लगा. आज जब पहले चरण के लिए वोटिंग हो रही थी तो बुरहानपुर में कांग्रेस पार्टी एक बो रही थी.


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जीतू पटवारी के फैसले का असर
बुरहानपुर में अलग-अलग गुटों में बिखरी हुई कांग्रेस एकजुट हो गई है. पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के निर्णय के बाद निष्कासित कांग्रेसियों की सदस्यता बहाल की जा रही है. कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय रघुवंशी, पूर्व विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह, हामिद काजी ने अपने समर्थकों सहित एक मंच पर आ गये हैं.


जिला अध्यक्ष ने की मीडिया से बात
मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रिंकू टाक ने बताया कि विधानसभा चुनाव में जिन कांग्रेस के पदाधिकारियों को निष्कासित किया गया था. अब उन सभी की सदस्यता बहाल की गई है.


कांग्रेस उम्मीदवार के लिए करेंगे काम
कांग्रेस कमेटी के के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय रघुवंशी ने सदस्यता बहाली पर प्रदेश नेतृत्व का आभार माना है. एकजुटता से खंडवा लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी को विजय दिलाने की बात कही है. हालांकि, देखना होगा की मनमुटाव के साथ एक हुआ पार्टी चुनाव में कितना असर दिखा पाती है.


कल हुआ था फैसला
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए कांग्रेस से निष्कासित नेताओं को पुन:पार्टी में लेने का निर्णय लिया था. ये फैसला कल जिले के दौरे पर पहुंचे पार्टी अध्यक्ष चीफ जीतू पटवारी ने नेताओं को बताया था. इस फैसले से तय हो गया था कि बुरहानपुर विधानसभा चुनाव 2023 के समय कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष अजय रघुवंशी सहित कांग्रेस के 8 पदाधिकारियों के निष्कासन को बहाल हो जाएंगे.