अगर लोन के लिए दिया है कैंसिल चेक तो हो जाएं अलर्ट, खाते से निकले पैसे
Loan Fraud: कुछ लोगोंं ने लोन दिलाने के नाम पर फॉर्मेलिटी और कैंसिल चेक लिया. कैंसिल चेक की इंक हटाकर नया अमाउंट भरकर फ्रॉड करने वालों ने एक लाख सत्तर हजार रुपये निकाल लिए.
नरसिंहपुर: एक बिजनेसमैन ने लोन लेने के लिए बैंक में अप्लाई किया था. कुछ दिनों बाद उसके पास फोन आया और कहा कि लोन सेंशन हो गया है. कुछ दस्तावेज वह इनसे लेकर जिसमें कैंसिल चेक भी ले गए थे. इसके बाद एमपी के गोटेगांव में ऑटो डील कारोबारी मनोज सेन से एक लाख सत्तर हजार रुपये की ठगी की गई जिसकी शिकायत मनोज द्वारा थाना गोटेगांव एवं पुलिस अधीक्षक ऑफ़िस की सायबर सेल में की है.
लोन के लिए मांगे दस्तावेज
दरअसल, ऑटो डील कारोबारी ने कुछ दिन पहले टाटा कैपिटल नाम की एक बैंक से लोन के लिए अप्लाई किया था. उसके कुछ दिन बाद अपने आपको बैंक कर्मी बताते हुए उनके पास कॉल आया कि आपने लोन के लिए अप्लाई किया था जो हम देने वाले हैंं. उसके लिए हमारे लोग आपके पास आएंगे जिन्हें आप अपने दस्तावेज दे देना.
दो चेकों के माध्यम से निकाले एक लाख 70 हजार रुपये
यहां उन्होंने मनोज सेन से एक कैंसिल चेक और एक चेक 149 रुपये का लिया जिसे प्रोसेसिंग फीस बताकर ले लिया जिसके बाद उसी दिन उन्हीं लोगों के द्वारा गोटेगांव के बस स्टैंड स्थित इंडियन बैंक (इलाहाबाद बैंक) से दो चेकों के माध्यम से अलग-अलग एक लाख सत्तर हजार रुपये निकाल लिए.
लोन दिलाने के नाम पर हो गया फर्जीवाड़ा
अगले दिन जब कारोबारी मनोज ने अपने अकाउंट चेक किया और बैंक जाकर जानकारी की तो और सीसीटीवी फुटेज चेक किये तो ये पता चला ये वही लोग थे जो लोन दिलाने के नाम पर फॉर्मेलटी एवं चेक लेकर गए थे.
ठगी को दिया गया अंजाम
इस पूरे घटनाक्रम से मनोज अब तक यह समझ चुके थे कि उनके साथ बड़े शातिराना ढंग से सुनियोजित ठगी को अंजाम दिया जा चुका है. लिहाजा इसकी सूचना उन्होंने तत्काल पुलिस थाना गोटेगांव एवं पुलिस अधीक्षक नरसिंहपुर को की है इसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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