अजय दुबे/जबलपुर: जबलपुर सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में सीबीआई ने छापा मारा है. चार इंस्पेक्टर और सीजीएसटी के डिप्टी सुप्रीटेंट को रंगे हाथों 7 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है. अधिकारियों ने पान मसाला कारोबारी से 1 करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की थी. बता दें कि डिप्टी सुप्रीटेंट ने दमोह पान मसाला कारोबारी त्रिलोक चंद सेन से 1 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी. लेकिन रिश्वत की डील 35 लाख रुपए में तय हुई थी. डिप्टी सुप्रीटेंट को 7 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. जांच में पता चला है कि पान मसाला कारोबारी 25 लाख रुपए दे चुका था. रिश्वत लेते पकड़े गए कपिल कामले डिप्टी सुप्रीटेंट के पद पर पदस्थ हैं. कपिल कामले को आज 7 लाख रुपए देने आया था कारोबारी. 


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सीबीआई की टीम कर रही जांच
गौरतलब है कि दमोह में 19 मई को सेंट्रल जीएसटी फैक्ट्री पर छापा मारा गया था. सीबीआई की टीम सेंट्रल जीएसटी कार्यालय में अभी भी मौजूद है.  सीबीआई के अधिकारी रिश्वत लेते पकड़े गए अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ कर रही हैं. जांच के दौरान सेंट्रल जीएसटी कार्यालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं.


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ये है पूरा मामला
मसाला फैक्ट्री कारोबारी त्रिलोक चंद्र सेन ने बताया कि, फैक्ट्री का टैक्स बचा हुआ था, जिसके चलते जीएसटी अधिकारियों ने उस पर ताला लगा दिया था. कारोबारी मे बताया कि उसने फैक्ट्री से संबंधित जीएसटी जमा कर दी थी लेकिन फिर भी अधिकारी एक करोड़ रुपये रिश्वत की मांग कर रहे थे, जिसे देने में वो असमर्थ था. सीबीआई को कारोबारी ने बताया कि, फैक्ट्री घाटे में चल रही थी इसलिए 45 लाख रुपये रिश्वत में फैक्ट्री का ताला खोलने की डील हुई. कोरोबारी ने एक सप्ताह पहले ही रिश्वत की पहली किश्त के 35 लाख रुपये कपिल कामले को दिए थे. रिश्वत लेने की शिकायत कारोबारी ने सीबीआई से की थी.