भिंंड में कहर बरपा रही चंबल की बाढ़, 25 गांवों में मचा हाहाकार
Flood in Bhind: मध्य प्रदेश में चंबल नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाया तो 25 गांवों में हाहाकार मच गया है. यहां के लोग पलायन कर सुरक्षित जगह पर जा रहे हैं. रेस्क्यू टीम बोट से लोगों को निकाल रही है. भिंड जिले में चंबल खतरे के निशान से 12 मीटर यानी 40 फीट ऊपर बह रही है.
प्रदीप शर्मा/भिंड: मध्य प्रदेश के भिंंड जिले में चंबल नदी कहर बरपा रही है. चंबल नदी का जलस्तर खतरे के निशान 119 मीटर से ऊपर जाकर 130.90 तक पहुंच चुका है जिसके चलते 25 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं.
एनडीआरएफ टीम बचाव कार्य में लगी
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड की टीम राहत बचाव कार्य में लगी है तो दूसरी ओर सिंध नदी, मेला घाट पर खतरे के निशान के बराबर बह रही है. इसके चलते सिंध किनारे बसे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं और बाढ़ का पानी कई गांवों में भर चुका है.
गांव से पलायन कर रहे हैं लोग
स्कूल, मंदिर, देवालय, कुएं, घर यहां तक की लाइट के खंभे और डीपी तक पानी में डूब चुकी हैं. लोग गांव से पलायन कर रहे हैं. कुछ लोगों को स्थानीय युवा नाव से ग्रामीणों और उनके सामान को ऊपरी इलाके में पहुंचा रहे हैं.
नदी के किनारे बसे गांव बाढ़ से घिरे
सिंध नदी के किनारे बसे जख्मोली, तेहनगुर, द्वार, दाह का पुरा, सनवाई, हार का पुरा, नाथद्वारा बाढ़ से घिर चुके हैं. इन गांवों के हालात बुरी तरह से खराब हो गए हैं और यहां हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है.
बारिश से राहत के अभी नहीं आसार
बता दें कि मध्य प्रदेश के लोगों को अभी बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है. प्रदेश में लगातार हुई बारिश के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. जिसका सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल अंचल में देखने को मिल रहा है. मुरैना, श्योपुर और भिंड जिले में चंबल नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते 60 से ज्यादा गांव पानी में घिरे हुए हैं. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक अभी बारिश बंद नहीं होने वाली है. प्रदेश में अभी बारिश का दौर जारी रहेगा. जबकि आज भी कई जगहों पर शाम तक बारिश होने के आसार हैं.
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