छिंदवाड़ा: कोयला खदान में जहरीली गैस रिसने से दो लोगों की मौत
छत्तीसगढ़ में बंद कोयला खदान से कोयला निकालने पहुंचे दो लोग जहरीली गैस की चपेट में आकर जान गंवा बैठे हैं. अब कई घंटे बीतने के बाद भी शवों को खदान से बाहर नहीं निकाला जा सका क्योंकि खदान का रास्ता बेहद संकरा है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है.
सचिन गुप्ता/छिंदवाड़ाः मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में एक बड़ा हादसा सामने आया है. दरअसल छिंदवाड़ा के परासिया में बंद कोयला खदान में जहरीली गैस रिसने से दो लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि दोनों वेस्टर्न कोल फील्ड्स की खदान से कोयला निकालने गए थे, वहीं जहरीली गैस की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई. कई घंटे बीत जाने के बाद भी दोनों के शव अभी तक खदान से बाहर नहीं निकाले जा सके हैं.
लालच में गई जान!
मृतकों की पहचान हर्रई स्कूल के नजदीक रहने वाले 50 वर्षीय विक्रम धुर्वे और हर्रई ढाना निवासी राजेश कुमरे के रूप में हुई है. खबर के अनुसार दोनों रात में खुदाई का सामान लेकर घर से निकले थे. सुबह तक भी जब दोनों घर नहीं पहुंचे तो राजेश का भाई कमलेश दोनों की तलाश में निकला. कमलेश को रावनवाड़ा 14-15 की बंद कोयला खदान के पास दोनों के जूते और कपड़े रखे दिखाई दिए. वह सुरंग के अंदर गया तो 500 मीटर दूर दोनों के सिर दिखाई दिए.
इसके बाद उसने वापस आकर पुलिस को इसकी सूचना दी. घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. माइंस रेस्क्यू टीम परासिया ने भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया. हालांकि पुरानी खदान की सुरंग का रास्ता इतना छोटा था कि उसमें बचाव उपकरण ले जाना संभव नहीं था. ऐसे में जहरीली गैस के चलते शवों को बाहर नहीं निकाला जा सका.
तीन लोगों को खदान के अंदर भेजने की कोशिश हुई लेकिन जहरीली गैस के चलते वह भी इसमें सफल नहीं हुए. एसडीओपी अनिल शुक्ला, शिवपुरी टीआई संजीव त्रिपाठी, एएसआई रामदास बैरागी भी मौके पर पहुंचे हैं और शवों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि जहरीली गैस और खदान की जगह छोटी होने के चलते अभी तक शवों को बाहर नहीं निकाला जा सका है.