सचिन गुप्ता/छिंदवाड़ा : स्कूल शिक्षा मंत्री और बीजेपी नेता मोहन यादव की माता सीता को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर मध्य प्रदेश की सियासत कई दिनों से गर्म है. कांग्रेस पार्टी ने इसको मुद्दा बनाकर नेता को कई दिनों से घेर रही है.यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. अब कांग्रेस पार्टी में मोहन यादव पर कार्रवाई के लिए बड़ा कदम उठाया है. राज्य के शिक्षा मंत्री मोहन यादव द्वारा माता सीता को लेकर की गई कथित अभद्र टिप्पणी के विरोध में ब्लॉक युवक कांग्रेस परासिया ने राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है.


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पद से तत्काल हटाने की मांग
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने एक सभा को सम्बोधित करते हुए अपने भाषण में  माता सीता के बारे में कथित रूप से अशोभनीय टिप्पणी की थी. जिसके विरोध में प्रखंड युवक कांग्रेस ने आज तहसील परिसर के समक्ष मंत्री का पुतला फूंका और राज्यपाल के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.युवक कांग्रेस ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए उन्हें पद से तत्काल हटाने की मांग की.


कांग्रेस ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी 
यहां तक कांग्रेस ने मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है और कहा है कि हिन्दू समाज माता सीता के बारे में ऐसा नहीं सुन सकते हैं. जिस नाम के सहारे वे सत्ता में आए उन्ही के बारे में ऐसा बोल रहे हैं. उनके मुंह में राम और बगल में छुरी है.ऐसे लोगों को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है.



 


मंत्री ने क्या कहा था?
दरअसल, हाल ही में मंत्री मोहन यादव उज्जैन में एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. यहां उन्होंने माता सीता के जीवन की तुलना तलाकशुदा जीवन से की थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि माता सीता का भूमि में समाना आज के समय मे आत्महत्या के समान है.हालांकि बयान पर सफाई देते हुए है मंत्री ने कहा था, 'कारसेवकों के सम्मान कार्यक्रम में राम राज्य को लेकर कुछ बात कही थी. इसके मूल में राम, सीता का त्याग और प्रेम था, लेकिन उनकी बात को गलत तरीके से प्रसारित किया जा रहा है.