Chhindwara News: `राम मंदिर का पट्टा किसी के पास नहीं`, छिंदवाड़ा में किसानों के लिए क्या बोले कमलनाथ ?
Chhindwara News: खुद को लेकर हो रही तमाम सियासी चर्चाओं के बीच कमलनाथ मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में सभा करने के लिए पहुंचे. यहां उन्होंने राम मंदिर और खराब मौसम के कारण हुए किसानों के नुकसान को लेकर भी अपनी बात कही.
Chhindwara News: छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद को लेकर हो हो रही तमाम चर्चाओं के बीच आज कमलनाथ छिंदवाड़ा पहुंचे और दो सभाओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने किसानों को हुए नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की. इसके साथ ही कमलनाथ ने राम मंदिर को लेकर अपना बयान दोहराया और बीजेपी पर निशाना साधने के साथ ही मंदिर का क्रेडिट कोर्ट को दिया है.
कमलनाथ ने दोहराई अपनी बात
कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में राम मंदिर और ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि से हुई क्षति को लेकर कार्यकर्ता सम्मेलन में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपने उद्बोधन में एक बार फिर दोहराया कि राम मंदिर का पट्टा किसी के पास नहीं है. न्यायालय ने फैसला सुनाया जिसके बाद मंदिर का निर्माण हुआ है. मंदिर के निर्माण में राशि भी आम जनता की लगी है. मंदिर हम सबका है. हम सभी धार्मिक है, इसीलिये कोई भी धर्म का पाठ ना पढ़ाए.
किसानों को लेकर दुख
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के हर्रई व चांद में आयोजित कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ओलावृष्टि व ओलावृष्टि से किसानों की रबी सीजन की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. खेतों में गेहूं, चने व अन्य सब्जी वाली फसलें जमीन से लेट गई हैं. यह देखकर मन बहुत दुखी हुआ है.
पककर तैयार फसलों का बर्बाद होना ना केवल किसानों के लिए दुखदाई होता है बल्कि आमजन के लिये भी होता है. कमलनाथ ने कहा, क्योंकि जब किसान के पास पैसा आता है. तभी गांव की किराने की दुकान चलती है. गांव की छोटी दुकान के सहारे ही शहर की बड़ी दुकान भी चलती है.
राम मंदिर हम सबका
राम मंदिर को लेकर कमलनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम का मंदिर हम सबका है. वर्तमान में जिस पार्टी की सरकार है. उसने मंदिर बनवाया. किसी और पार्टी की सरकार होती तो वह मंदिर बनवाती. इसका यह अर्थ तो नहीं कि जिसने मंदिर बनवाया उसके पास पट्टा हो गया.
उन्होंने कहा 'मैंने भी चौदह साल पहले हनुमान जी का मंदिर बनवाया स्वयं की भूमि पर तो इसका यह मतलब तो नहीं की हम भगवान को राजनीति के मंच पर लेकर आए. धर्म आस्था का विषय है. उन्होंने अंत में कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने की बात कही.