करतार सिंह राजपूत/ग्वालियर: ग्वालियर की जीआरपी थाना पुलिस द्वारा ऑपरेशन मुस्कान (operation muskan) के तहत एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दस साल पहले ग्वालियर रेलवे स्टेशन (Gwalior Railway station) से गुम हुए युवक को नेपाल बोर्डर से ढूंढ निकाला है. जिसके बाद ग्वालियर जीआरपी (Gwalior GRP) ने उस बच्चे के परिजनों के सुपुर्द उसे करते हुए जरूरी कानूनी कार्रवाई पूरी की है.


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बता दें कि थाना जीआरपी स्पेक्टर बबीता कठेरिया ने बताया कि जीआरपी थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि 29 जनवरी 2013 को ग्वालियर रेलवे स्टेशन से गायब हुआ नाबालिग बच्चा नेपाल बॉर्डर (Nepal border) के पास देखा गया है. जिसके पास एक टीम तैयार कर नेपाल बॉर्डर पर भेजी गई है. जहां से उसे बरामद किया गया है.


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नाबालिग अब बना बालिग
10 साल बीत जाने के बाद नाबालिग बच्चा अब बालिग हो चुका है. बबीता कठेरिया इस्पेक्टर थाना जीआरपी ग्वालियर ने बताया कि बच्चे की मानसिक हालत अच्छी नहीं है. वो नेपाल में किसी के घर भी रूक जा रहा था, कही भी खाना खा रहा था. फिर एक मेले में जब ये पहुंचा तो वहां से इसकी जानकारी मिली है. 


2013 को हुआ लापता
युवक अब्दुल गफ्फार 10 वर्ष साल पहले साल 2013 में ग्वालियर रेलवे स्टेशन से गायब हुआ था. तब वो नाबालिग था जो कि अब बालिग हो चुका है. इस मामले में गुमशुदा बालक के पिता जहीर मोहम्मद की शिकायत पर जीआरपी थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है. बताया गया है कि वर्ष 2013 में जहीर मोहम्मद अपने परिजनों के साथ हैदराबाद से नई दिल्ली जा रहे थे और ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर अब्दुल गफ्फार पानी पीने के लिए उतरा था. उसी दौरान ट्रेन पर ना चढ़ने के कारण वह गायब हो गया था. बरामद युवक की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं बताई गई है. फिलहाल थाना जीआरपी पुलिस ने बरामद युवक को उसके परिजनों के सुपुर्द किया है. वहीं लड़के की सूचना देने वाले को जीआरपी थाना पुलिस द्वारा 10 हजार रुपये इनाम की घोषणा भी की गई है.