MP Sarkari Calendar 2024: भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 के बाद राज्य में डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व की सरकार बनी. सरकार बनने के बाद से ही सीएम मोहन यादव धड़ाधड़ फैसले ले रहे हैं. पहली कैबिनेट में उन्होंने मांस और ध्वनी विस्तारक यंत्रों को लेकर फैसला लिया. उसके बाद अब उन्होंने एक बड़ा फैसला लेते हुए 69 साल पुराने नियम को बदल दिया है. यानी साल 2024 के लिए आए प्रदेश के कैलेंडर में विक्रम संवत का उल्लेख किया गया है.


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69 साल पुराना फैसला बदला
सरकार ने कैलेंडर से बदला विक्रम संवत खत्म करने का 69 साल पुराना फैसला बदल दिया है. शासकीय कैलेंडर में विक्रम संवत का उल्लेख किया गया है. मोहन यादव की सरकार बनने के बाद सरकारी कैलेंडर में विक्रम संवत आया है. 


सीएम मोहन यादव ने किया था विमोचन
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हाल ही में इस कैलेंडर का विमोचन किया था. कैलेंडर में तिथियां का उल्लेख विक्रम संवत के हिसाब से लिखा गया है. अंग्रेजी तारीखों के साथ ही यह उल्लेख कैलेंडर को समग्रता प्रदान करता है.


आत्मनिर्भरता की दिशा में कैलेंडर
शासकीय मुद्रणालय द्वारा आत्मनिर्भरता की दिशा में कैलेंडर के संपूर्ण मुद्रण का कार्य भी संपन्न कराया गया है. इसके लिए निजी मुद्रण संस्थान की सेवाएं नहीं ली गईं.


सीएम ने पहले कर दिया था साफ
मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम ने अपने संबोधनों में साफ कर दिया था कि उज्जैन और विक्रमादित्य से संबंध रखने वाली हर बात को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा और शासकीय कैलेंडर में दिखाई भी दे रहा है.


पहले भी मोहन यादव कर चुके हैं कई काम
उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय के पीएचडीधारी और विधायक बनने के बाद मोहन यादव ने राजा विक्रमादित्य के इतिहास को लेकर अनेक काम किए. उच्च शिक्षा मंत्री बनने पर डॉ. मोहन यादव ने राजा विक्रमादित्य के नाट्य मंचन का आयोजन किया. लगातार इस प्रयास में थे कि विक्रम संवत के आधार पर कैलेंडर पुनः प्रकाशित हो और मध्य प्रदेश के पाठ्यक्रम में राजा विक्रमादित्य शामिल हों.