प्रमोद शर्मा/भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए भाषण में आरएसएस के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को आजादी का योद्धा बताया और ऐलान किया कि एमपी के बालाघाट में हेडगेवार की स्मृतियों को सहेजने का ऐलान किया. बता दें कि हेडगेवार के बचपन का कुछ समय बालाघाट में गुजरा था. वहीं सीएम शिवराज के ऐलान पर राजनीति भी शुरू हो गई है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार गांधी, नेहरू को भुलाकर आरएसएस का गुणगान कर रही है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कांग्रेस ने जताई नाराजगी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सीएम के ऐलान पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी और आरएसएस का देश की आजादी की लड़ाई में कोई योगदान नहीं है. गांधी के आंदोलन से आरएसएस ने दूरी बनाई थी. यह जगजाहिर है. नेहरू और गांधी को भुलाकर, असली क्रांतिकारियों से दूरी बनाकर बीजेपी आरएसएस से जुड़े लोगों का गुणगान कर रही है! 


बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के एतराज पर बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है. रामेश्वर शर्मा ने आज की कांग्रेस को विदेशी डीएनए वाली सोनिया गांधी की कांग्रेस बताया और कहा कि आज की कांग्रेस पुरानी महात्मा गांधी और सुभाष चंद्र बोस की कांग्रेस नहीं है. आज के कांग्रेसी क्या जाने कि हेडगेवार का देश की आजादी के लिए क्या योगदान रहा. महात्मा गांधी से लेकर सुभाष चंद्र बोस तक ने केशव बलिराम हेडगेवार की तारीफ की थी. देश जब अंग्रेजों की जंजीरों में जकड़ा था, तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हेडगेवार ने की थी, जिसके नाम में ही राष्ट्रीय है. 


वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिए अपने भाषण में कई अन्य अहम ऐलान भी किए. सीएम ने कहा कि सभी को मकान देने का काम एमपी सरकार करेगी. एक साल के अंदर प्रदेश में एक लाख सरकारी पदों पर भर्तियां की जाएंगी. किसानों की कर्ज माफी की जाएगी. 18 सितंबर तक प्रदेश में पेसा एक्ट लागू कर दिया जाएगा. सीएम ने ये भी कहा कि प्रदेश को नशामुक्त बनाना है.