कोरोना में अनाथ हुए बच्चों के साथ CM ने मनाई दिवाली, बोले- इनके लिए कुछ भी करूंगा
दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने भी प्रस्तुति दी. इस दौरान सीएम ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया और बच्चों के साथ मिलकर गीत भी गाए. सीएम ने बच्चों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया.
प्रिया पांडे/भोपालः मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज कोरोना में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के साथ दिवाली मनाई. इस दौरान 400 से ज्यादा बच्चे सीएम हाउस में आयोजित हुए दीपोत्सव में शामिल हुए. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि इनके परिजन नहीं हैं तो क्या हुआ इनके लिए मामा है. बच्चे मामा के घर आए हैं. इन्हें खुश देखकर मन प्रफुल्लित हो रहा है.
सीएम शिवराज ने इस मौके पर बाल आशीर्वाद योजना की भी शुरुआत की. इस योजना में 12वीं के बाद आपको कॉलेज में पढ़ाई के लिए 5 हजार रुपए दिए जाएंगे. आप लोग अकेले नहीं हैं, हम आपके साथ हैं. उन्होंने कहा कि इससे ना केवल कोविड में अपने परिजनों खोने वाले बच्चों बल्कि उन सभी बच्चों को फायदा मिलेगा, जिनके परिजन इस दुनिया में नहीं हैं. सीएम ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे प्यारे बच्चों आपकी मुस्कुराहट और उज्जवल भविष्य के लिए मध्य प्रदेश सरकार दिन रात काम कर रही है. आपके जीवन में खुशियां, चेहरे पर ये मुस्कान सदा विद्यमान रहे, यूं ही हंसते-मुस्कुराते रहो, यही मेरा संकल्प है.
दीपोत्सव कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने भी प्रस्तुति दी. इस दौरान सीएम ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया और बच्चों के साथ मिलकर गीत भी गाए. सीएम ने बच्चों पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया. कार्यक्रम को लेकर सीएम शिवराज ने ट्वीट भी किया और ट्वीट में लिखा कि "मेरे बच्चों, तुम्हारे मुख पर जो यह हंसी, खुशी और आनंद है. यह सदैव अक्षुण्ण रहे. इसके लिए मुझे जो कुछ भी करना पड़ेगा, मैं करूंगा. हमारी भाजपा सरकार करेगी. तुम सुखपूर्वक, आनंद के साथ अपना जीवन सुगमता से व्यतीत करो. यही तुम्हारे मामा शिवराज का संकल्प है."
कलेक्टर निवास पर हुई बच्चों की दीपावली पार्टी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर रीवा कलेक्टर ने कोरोना काल में अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को अपने निवास पर बुलाया और उनके साथ दिवाली का त्यौहार मनाया. इस दौरान कलेक्टर मनोज पुष्प ने बच्चों के साथ बातचीत कर उनके विचार जानने का प्रयास किया. कलेक्टर मनोज पुष्प ने कहा कि कोविड के दौरान जिन्होंने अपने परिजन या माता-पिता को खोया है, आज उनके साथ दिवाली मनाई. हमें बेहद अच्छा लग रहा है. हम इनके साथ संवाद कर रहे हैं और ये सभी भविष्य में क्या करेंगे, इसे लेकर बच्चों की राय ले रहे हैं.