सीहोर: मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव ( MP Assembly Election 2023) के लिए बीजेपी प्रत्याशियों की तीन लिस्ट जारी कर चुकी है, दूसरी लिस्ट में कई दिग्गज नेताओं को प्रत्याशी बनाया गया है. लेकिन अब तक सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) का नाम नहीं आया है. हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान लगातार ही जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान एक बार फिर वह भावुक नजर आए. गृह विधानसभा क्षेत्र बुधनी सात देव गांव में उन्होंने जनता से पूछ लिया कि क्या वो इस बार का चुनाव लड़े या ना लड़ें? अब इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है. 


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क्या कहा सीएम शिवराज ने


दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले के सात देव गांव के पातालेश्वर महादेव मंदिर जीवन उद्धार कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जहां मुख्यमंत्री ने पातालेश्वर मंदिर के साथ-साथ क्षेत्र के अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार का शिलान्यास किया. इस दौरान  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से जनता से पूछा कि ''मैं इस बार चुनाव लडूं या ना लडूं? 



सीएम ने कहा ''मैं भाग्यशाली हूं की एक साथ इतने मंदिरों की सेवा का सौभाग्य मिला है. उज्जैन में महाकाल लोक बनाया, सलकनपुर में देवी लोक, चित्रकूट में राम वन गमन पथ और अब अमरकंटक में नर्मदा लोक बनाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि यही कामना है कि यह शरीर जितने दिन रहे उतने दिन जनता की सेवा में लग जाए.


पद का लालच नहीं - सीएम शिवराज


सीएम शिवराज का ये तीसरा ऐसा बयान है, जो सियासी गलियारों में दूसरी हवा पैदा कर रहा है. पहले दो बयानों में उन्होंने कहा था कि मैं चला जाउंगा तो याद आऊंगा. फिर पिछले हफ्ते खरगोन में एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा था कि उन्हें किसी पद का कोई लालच नहीं है. अब तो जनता से ही पूछने लगे है कि क्या वो चुनाव में शामिल हो या नहीं. 


बता दें कि प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. चौहान के इस तरह के भावनात्मक बयान ऐसे वक्त आए हैं जब इस बात को लेकर अटकलें हैं कि अगर राज्य में भाजपा जीतती है तो वो सीएम बनेंगे या नहीं?. वहीं उनके इस बयान के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं.


रिपोर्ट - दिनेश नागर