प्रमोद शर्मा/भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समान नागरिक संहिता को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि देश में समान नागरिक संहिता लागू होना चाहिए. इसके लिए प्रदेश में कमेटी बनाई जाएगी. सीएम ने ये बयान बड़वानी के सेंधवा में चाचरिया गांव में दिया है.


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गौरतलब है कि चुनावी साल शुरू होने से पहले एमपी में भाजपा सरकार ने समान नागरिकता संहिता लागू करने के लिए बीजेपी सरकार ने कदम बढ़ा दिया है. 



एक पत्नी रखने का अधिकार सभी के लिए
सीएम ने जनता को संबोधित करते हुए मंच से कहा कि मैं प्रदेश में एक कमेटी बना रहा हूं. समान नागिरक संहिता में एक पत्नी रखने का अधिकार है तो एक ही पत्नी सभी के लिए हो. फिर ज्यादा क्यों? बताओ मेरी बहनों होना चाहिए कि नहीं? कई बदमाश ऐसे भी आ गए जो आदिवासी बेटी से शादी करके जमीन उसके नाम से ले लेते हैं. आज मैं जागरण की अलख जगाने आया हूं.कई तो सरपंच का चुनाव भी लड़वा देते है. अब मामा ऐसे लोगों  को लटकाएगा, छोड़ेगा नहीं.


जानिए क्या है समान नागरिक कानून ?
बता दें कि समान नागरिक कानून के मुताबिक पूरे देश के लिए एक समान कानून के साथ ही सभी धार्मिक समुदायों के लिए विवाह, तलाक, विरासत, गोद लेने के नियम एक होंगे. संविधान के अनुच्छेद 44 में भारत में रहने वाले सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून का प्रावधान लागू करने की बात कही गई है. ऐसे में एक पत्नी के रहते हुए आप दूसरी शादी नहीं कर सकते.


मंच से किया जनपद सीईओ सस्पेंड
वहीं सीएम शिवराज का एक्शन वाला अवतार भी देखने को मिला. सेंधवा जनपद पंचायत के सीईओ राजेन्द्र दीक्षित के खिलाफ पीएम आवास को लेकर बड़ी शिकायतें मिल रही थी,उन्हें सीएम ने मंच से ही संस्पेंड कर दिया. बता दें कि सीईओ ने 5 महीने पहले ही चार्ज लिया था.