ग्वालियर: बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर एमपी में सियासत जारी है. कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान में कहा है कि शिवराज सिंह चौहान ने 2018 में जल्दबाजी में इस्तीफा दे दिया था. अन्यथा 2018 में भी सरकार हमारी होती. उनके इस बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पिछोर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक केपी सिंह ने आपत्ति जाहिर की है.


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कांग्रेस नेता केपी सिंह ने कहा कैलाश विजयवर्गीय का यह बयान शिवराज सिंह चौहान की बुद्धि पर प्रश्नचिन्ह लगाने जैसा है. क्योंकि 2018 में कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत था. निर्दलीय और बीएसपी के विधायक भी कांग्रेस के साथ थे. ऐसे में शिवराज सिंह चौहान को इस्तीफा देना ही पड़ता और उन्होंने दिया, कैलाश विजयवर्गीय किस तरह से बयान दे रहे हैं, समझ से परे है. 


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सीएम शिवराज ने दिया इस्तीफा
दूसरी तरफ सीएम शिवराज के मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने भी कहा कि वास्तव में 2018 में हमारे संपर्क में कई विधायक थे लेकिन फिर भी शिवराज सिंह चौहान जी ने इस्तीफा दिया. उन्होंने उचित कदम उठाया. कांग्रेस तो सरकार बनाने की हालत में ही नहीं थी. 


राहुल की सुरक्षा पर घमासान
दूसरी तरफ मंत्री भारत सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी की सुरक्षा व्यवस्था बेहतर किए जाने की मांग पर सवालिया निशान खड़े किए. उन्होंने कांग्रेसी भ्रम की स्थिति में है. भरत सिंह ने कहा कि पहले एक बार राहुल गांधी आए थे. उन्हें मुख्यमंत्री जी ने बेहतर सुरक्षा दी थी तो कांग्रेस ने इस पर आरोप सरकार पर लगा दिए थे. इसलिए हम तो उन्हें सुरक्षा देने में भी कतरा रहे हैं कि कहीं कांग्रेस हम पर आरोप ना लगा दें. क्योंकि उन्हें सुरक्षा दो तो मुश्किल नहीं दो तो मुश्किल. वहीं राहुल गांधी ने हमारी सरकार पर निशाना साधते हुए कह दिया था कि देखिए सुरक्षा के नाम पर मुझे पुलिस के पहरे में रखा हुआ है