भोपाल। मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी है, पार्टी का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर मांडू में चल रहा है, जिसमें कल सीएम शिवराज, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए थे, आज प्रशिक्षण शिविर का दूसरा दिन है, बताया जा रहा है कि शिविर के समापन के बाद बीजेपी प्रदेश में कुछ बडे़ बदलाव कर सकती है. क्योंकि बीजेपी ने शिविर से पहले ही पांच जिला अध्यक्षों को हटाकर सख्ती के संकेत दे दिए हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

15 जिला अध्यक्ष और बदले जा सकते हैं 
बताया जा रहा है कि बीजेपी अभी अपने 15 और जिला अध्यक्षों को बदल सकती है, इन सभी की छुट्टी भी तय मानी जा रही है, क्योंकि ये सभी 15 जिला अध्यक्ष खराब प्रदर्शन के चलते पार्टी की रडार पर चल रहे हैं. पांच जिला अध्यक्षों को हटाकर पार्टी ने इस बात के संकेत पहले ही दे दिए हैं कि पार्टी खराब प्रदर्शन वाले जिला अध्यक्षों पर कार्रवाई करने की तैयारी में हैं. 


2023 के लिए फिट नहीं बैठ रहे यह जिला अध्यक्ष 
दरअसल, बताया जा रहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से भाजपा इन जिला अध्यक्षों को माफिक नहीं मान रही है, क्योंकि नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में इन जिला अध्यक्षों को प्रदर्शन ठीक नहीं माना गया है. पार्टी को इन जिलों में हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में बीजेपी इन जिला अध्यक्षों को हटाने की भी तैयारी में है. पहले भी इस बात की खबर सामने आई थी कि बीजेपी अपने 20 जिला अध्यक्षों को हटा सकती है. जिनमें से पांच जिला अध्यक्षों पर अब तक कार्रवाई हो चुकी है. 


इन जिलों के जिला अध्यक्ष बदले गए 
बीजेपी ने नगरीय निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन नहीं करने वाले भाजपा जिला अध्यक्षों को बदला है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 5 जिलों के जिला अध्यक्ष बदल दिए हैं, जिनमें भिंड, अशोकनगर, गुना, कटनी और ग्वालियर नगर के जिला अध्यक्ष बदल दिए हैं, जबकि इन सभी जिलों में नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई हैं. हालांकि हटाये गए पूर्व जिला अध्यक्षों को प्रदेश कार्य समिति में सदस्य बनाकर एडजस्ट किया गया है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में अभी और भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं. 


2023 की तैयारियों में जुटी बीजेपी 
बीजेपी मध्य प्रदेश में 2023 की तैयारियों में जुट गई है. 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को कुछ नुकसान भी उठाने पड़े थे, ऐसे में पार्टी इस बार इन कमजोरियों को अभी से ठीक कर लेना चाहती है. क्योंकि पिछले चुनाव में बीजेपी का वोट परसेंटज ज्यादा था, लेकिन पार्टी को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में बीजेपी अभी से संगठन में सभी तैयारियां कर लेना चाहती है.