Budhni Congress Vs BJP: सीहोर जिले की बुधनी विधनसभा सीट CM शिवराज सिंह चौहान ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है. शिवराज सिंह चौहान पहले भी  यहां से लगातार 5 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. अब उन्होंने 6वीं बार जीत हासिल की है. साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने इस सीट से हनुमान का किरदार निभाकर फेमस हुए TV विक्रम मस्ताल को प्रत्याशी घोषित किया था.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2023 में ऐसा रहा बुधनी सीट का परिणाम
बीजेपी- शिवराज सिंह चौहान  164951
कांग्रेस - विक्रम मस्ताल 59977
बीजेपी 104974 वोटों से जीती


CM शिवराज सिंह चौहान
CM शिवराज सिंह चौाहन साल 1990 में पहली बार सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने थे. साल 2006 में हुए उपचुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की. इसके बाद साल 2008 में दूसरी बार बुधनी विधनसभा सीट से जीतकर दूसरी बार मुख्यमंत्री बनें. 2013 में भी जीत दर्ज की और CM बने. इसके बाद साल 2018 में बुधनी सीट से चुनाव जीता लेकिन प्रदेश में BJP सरकार नहीं बना पाई.
- 2013 में सीएम शिवराज सिंह के खिलाफ महेंद्र सिंह चौहान चुनाव लड़े थे. 
- 2018 में सीएम शिवराज के खिलाफ अरुण यादव चुनाव लड़े थे. 
- 2023 में कांग्रेस ने सीहोर जिले से ही आने वाले विक्रम मस्ताल को मौका दिया है. यानि कांग्रेस ने पहली बार सीएम शिवराज के खिलाफ उनके ही गृह जिले के नेता को प्रत्याशी बनाया है. इससे पहले बाहर के नेताओं को मौका दिया जाता रहा है.


ये भी पढ़ें-  जिन सीटों पर फंसी BJP वहां खेल गई कांग्रेस, जगदलपुर में क्यों तय नहीं हो पा रहा कैंडिडेट?


विक्रम मस्ताल 
TV एक्टर विक्रम मस्ताल फेमस TV सीरियल रामयारण 2 में 'हनुमान' के किरदार से घर-घर में फेमस हुए थे. वे हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए थे और उन्हें पार्टी ने CM शिवराज के खिलाफ मैदान में उतार दिया है. खास बात यह है कि विक्रम भी सीहोर जिले मे बुधनी के ही रहने वाले हैं. ऐसे में इस बार बुधनी विधानसभा सीट पर मुकाबला CM शिवराज Vs 'हनुमान जी'जैसा हो गया है.



कांग्रेस को 20 साल से जीत का इंतजार 
कांग्रेस को बुधनी विधानसभा सीट पर 20 साल से जीत का इंतजार है. इस सीट पर लगातार 5 बार से  शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं. 


2018 के आंकड़ों के मुताबिक बुधनी में कुल वोटरों की संख्या 205071 है. इसमें 116873  महिला वोटर्स और 128167 पुरुष वोटरों हैं. जातिगत आंकड़ों की बात करें यहां आदिवासी, किरार, ब्राह्मण, राजपूत, पवार, मुस्लिम, मीणा और यादव निर्णायक स्थिति में हैं.