सुधीर दीक्षित/जोबटः मध्यप्रदेश में उपचुनाव (MP By-Election) से पहले कांग्रेस को झटका लग गया है. आदिवासी बहुल क्षेत्रों पर अच्छी पकड़ रखने वाली और कांग्रेस (Congress) सरकार में मंत्री रह चुकीं सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) बीजेपी में शामिल हो गई. साथ में उनके बेटे विशाल रावत ने भी बीजेपी (BJP) में एंट्री ले ली है. इसके बाद से दोनों पार्टियों की ओर से जुबानी हमले तेज हो गए हैं. कांग्रेस ने सुलोचना रावत के इतिहास को ही बागी बताते हुए कहा कि ‘सुलोचना जनता की पसंद नहीं थीं इसलिए पार्टी उन्हें जोबट से टिकट नहीं दे रही थी. सुलोचना रावत ने कांग्रेस पार्टी से पहले भी बगावत की है. उनका इतिहास यही रहा है’.


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मप्र कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता अजय सिंह यादव ने तंज कसते हुए कहा कि ‘भाजपा को उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं मिल रहे इसलिए दलबदल करा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में दिवालियापन की स्थिति है इसलिए जोबट में सुलोचना रावत को टिकट देने की तैयारी है. इतना ही नहीं बीजेपी पृथ्वीपुर में समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रत्याशी शिशुपाल यादव पर दांव खेलने के मूड में है. खंडवा एवं रैगांव में दिवंगत नेताओं के परिजनों को भी टिकट दिया जा रहा है. बीजेपी को उम्मीदवार ढूंढे नहीं मिल रहे हैं इसलिए दूसरे दलों से तोड़े जा रहे हैं’. अजय सिंह ने कहा कि दमोह में भी दल बदल का परिणाम देखा जा चुका है. 


मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता भी बीजेपी पर हमलावर दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि ‘उधार के सिंदूर से सुहागन बनती है भाजपा. देश की कथित सबसे बड़ी और 41 साल पुरानी पार्टी के पास योग्य उम्मीदवार नहीं है. इसी कारण दूसरी पार्टियों से चुरा रही है. इन्होंने चुनाव के पहले उम्मीदवार चुराने की परंपरा सी बना दी है’. वहीं प्रदेश मीडिया उपाध्यक्ष सैयद जफर ने कहा कि ‘बीजेपी के पास चेहरे नहीं बचे हैं इसलिए कांग्रेस से ले जाने में जुटी है’. 


उपचुनाव में जीत का दम भर रही बीजेपी की तरफ से भी पलटवार किया जा रहा है. बीजेपी प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस एक तरफ टुकड़े टुकड़े गैंग को एंट्री दे रही है, जबकि देशभर में उनके अपने नेता पार्टी छोड़कर जा रहे है. कांग्रेस जल्द ही डायनासोर की तरह गायब हो चुकी प्रजाति बन जाएगी. जिन युवाओं को अपने बेहतर राजनीतिक भविष्य की चिंता है वो कांग्रेस पार्टी छोड़कर जा रहे हैं’.