`मर्द की औलाद....` प्रधानमंत्री के बाद अब कांग्रेस विधायक ने सीएम शिवराज पर की विवादित टिप्पणी!
विधायक यहीं नहीं रुके और उन्होंने घटना के लिए अफसरों को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ हरामखोर जैसे अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया.
प्रमोद शर्मा/भोपालः एक समय था जब सियासी विरोधी एक दूसरे पर हमले के वक्त शिष्टाचार की सीमा कभी नहीं लांघते थे लेकिन अब सियासत में नेताओं द्वारा एक दूसरे पर अमर्यादित टिप्पणी आम होती जा रही है. कांग्रेस नेता राजा पटेरिया द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ है कि एक अन्य कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर दी है. दरअसल कांग्रेस विधायक ने बाघ के हमले में किसान की मौत के मामले में विवादित बयान देते हुए कहा कि सीएम शिवराज अगर मर्द की औलाद हैं तो कलेक्टर, एसपी और सीसीएफ को पद से हटाएं!
क्या है मामला
सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र से लगे गोंडेगांव में आज बाघ के हमले में एक किसान चुन्नी लाल और तीन अन्य लोग घायल हो गए. बाद में घायल किसान की मौत हो गई, जिसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया. लोगों के हंगामे के बीच सिवनी से कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह मौके पर पहुंच गए. इस दौरान उन्होंने सीएम शिवराज पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश का दौरा कर लापरवाही पाए जाने पर छोटे-छोटे कर्मचारियों पर कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन अगर वह मर्द की औलाद हैं तो वह इस मामले पर संज्ञान लेकर कलेक्टर समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटाएं.
विधायक यहीं नहीं रुके और उन्होंने घटना के लिए अफसरों को जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ हरामखोर जैसे अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया. विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री खुद को किसान की औलाद बताते हैं. किसान की औलाद हो तो किसानों की सुरक्षा करो. किसान के बच्चे हो तो काम करके बताओ. बहरहाल कांग्रेस विधायक लगातार विवादित टिप्पणी कर अपनी ही पार्टी के चुनावी एजेंडे में पलीता लगाने में जुट गए हैं.
कांग्रेस विधायक का बयान वायरल होने के बाद उन्होंने इस पर सफाई भी दी है. उन्होंने कहा कि जो काम नहीं करता है, हराम की तन्खवाह लेता है, उसे ही तो हम हरामखोर कहते हैं. गांव में अब भी बाघ घूम रहे हैं. चार लोगों को बाघ मार चुका है लेकिन विभाग के अधिकारी उसे नहीं पकड़ रहे हैं. कलेक्टर फोन नहीं उठाते हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री छोटे कर्मचारियों को सस्पेंड कर रहे हैं, जो बड़े अधिकारी एसी कमरे में बैठकर कोई काम नहीं कर रहे हैं उन्हें सस्पेंड करके दिखाएं.