प्रमोद शर्मा/भोपाल: सत्ता में वापिसी की तैयारी में जुटी कांग्रेस को बड़ा झटका (Big blow to Congress) लगा है. आदिवासियों में मजबूत पकड़ रखने वाले आदिवासी संगठन जयस के संरक्षक हीरालाल अलावा ने मोर्चा खोल दिया है. संरक्षक हीरालाल अलावा ने कहा है कि जयस 2023 विधानसभा चुनाव में अपना अलग - मेनिफेस्टो बनाएगी.


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जयस 80 विधानसभा सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ेगी: हीरालाल अलावा
हीरालाल अलावा ने खुले तौर पर कहा है कि JAYS इतनी मजबूत है कि उसके उम्मीदवार बिना किसी राजनीतिक दल की मदद के जीतेंगे. फिलहाल, हीरालाल अलावा कांग्रेस के टिकट पर विधायक हैं. हीरालाल अलावा ने कहा कि जयस ने 80 विधानसभा सीटों पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की योजना बनाई है. 


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50 विधानसभा सीटों पर जीतेगी जयस
बता दें कि हीरालाल अलावा ने दावा किया है कि 50 विधानसभा सीटों पर जयस अपने दम पर जीतेगी. साथ ही हीरालाल अलावा ने आरोप लगाया है कि चुनाव आते ही गैर आदिवासी चेहरे जयस के नाम पर फायदा लेना चाहते हैं. जिस को कमजोर करने की कोशिश चल रही है.


इस कारण जयस बन सकती है गेमचेंजर
मालवा-निमाड़ क्षेत्र में आदिवासियों की अच्छी खासी संख्या होने के कारण इस क्षेत्र की करीब डेढ़ दर्जन आदिवासी आरक्षित सीटों पर जयस सक्रिय है. गौरतलब है कि JAYS मुख्य रूप से आदिवासियों का संगठन है और 2018 की तुलना में 2023 तक JAYS पहले से ज्यादा मजबूत हो गई है. इस वजह से हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में इसके कई उम्मीदवारों ने चुनाव जीता था. इसलिए आने वाले विधानसभा चुनाव में JAYS विशेष रूप से मालवा-निमाड़ में गेम चेंजर साबित हो सकती है. चूंकि मालवा-निमाड़ को सत्ता की राह कहा जाता है. इसलिए जयस राज्य की दोनों प्रमुख पार्टियों का खेल भी बिगाड़ सकती है.