राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: रेप के आरोप में जमानत पर छूटे बड़नगर से कांग्रेस के विधायक के बेटे करण मोरवाल की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. रेप पीड़िता ने शुक्रवार को करण मोरवाल पर आरोप लगाया है कि उसे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमानत मिली है. इसलिये करण पर धारा 420 के तहत भी केस दर्ज होना चाहिए. इसके रेप पीड़िता ने पुलिस को आवेदन भी दिया. इसमें उसने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दो दिन में करण पर FIR दर्ज नहीं हुई तो वह सीएम हाउस के सामने जाकर सुसाइड कर लेगी.


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दरअसल पीड़िता का दावा इसलिए सच हो रहा है क्योंकि करीब 2 महीने पहले सिविल अस्पताल के एक डॉ व कर्मचारियों को फर्जी डॉक्यूमेंट मामले में जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने निलंबन की कार्रवाई की थी. जिसकी पुष्टि खुद कलेक्टर ने की हैं. 


पीड़िता ने कहा-केस दर्ज करो
अब रेप पीड़िता का कहना है कि जमानत के बाद से लगातार आवेदन दे रही हूं. कलेक्टर ने फर्जी एंट्री के कारण अस्पताल के रजिस्टर में डॉ को आपने निलंबित किया ठीक है, लेकिन 420 व अन्य धाराओं में करण पर कार्रवाई क्यों नहीं की? उसको क्यों बचाया जा रहा है? फर्जी कागजात पर जमानत कैसे मिली? इस पूरे मामले में मंत्री डॉ यादव, सांसद अनिल फ़िरोजिया, आईजी सन्तोष कुमार व कमिश्नर ने पीड़िता को आश्वासन दिया है निष्पक्ष जांच की जाएगी. 


मामला एक माह पुराना
जिला कलेक्टर ने कहा कि मामला लगभग डेढ़ से दो माह पुराना है. अस्प्ताल से नकली दस्तावेज बनाने की संभावना व्यक्त की गई थी. प्राथमिक जांच में डॉ व कुछ कर्मचारी दोषी पाए गए थे. जिसके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की गई है. जांच चल रही है जल्द ही और चीज़े सामने आएगी.


रेप पीड़िता का आरोप जानिए
पीड़िता ने बताया कि घटना 14 फरवरी की है. करण ने सफाई में बडनगर के सिविल अस्पताल के डॉक्यूमेंट दिखाए और प्रूफ दिया कि मैं 13 से 15 फरवरी तक अस्प्ताल में भर्ती था. उसी आधार पर करण को जमानत मिली. अब सवाल ये है कि बाद में जब मैंने इस बात को उठाया की करण तो इंदौर में था और 14 को घटना हुई. तो कैसे अस्पताल में एंट्री मिल गई? जिला कलेक्टर ने जांच की तो cctv व अन्य आधार पर अस्प्ताल में फर्जी एंट्री पाई गई. जिसपर कलेक्टर ने डॉ व कर्मचारी को निलंबित किया है. लेकिन करण को कैसे जमानत मिली और उस पर 420 व अन्य धाराओं में कार्रवाई क्यों नही की गई? 


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पीड़िता ने दिया पुलिस व शासन को अल्टीमेटम!
पीड़िता ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दो दिन में करण के विरुद्ध FIR नहीं होती है, तो मैं सीएम हाउस के बाहर जाकर सुसाइड करूंगी, मैं टूट चुकी हूं. कितना एक लड़की की परीक्षा ली जाएगी. मेरे पास विधायक भी आए थे. जो मुझे पैसे का ऑफर दे रहे थे, लेकिन मैं चुप नहीं रहूंगी.


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