भोपाल। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को वोटिंग को होगी, देश की सबसे पुरानी पार्टी में करीब 22 साल बाद ऐसी स्थिति बन रही है, जब राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए वोटिंग होगी, पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए दो नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला है, दोनो नेता दक्षिण भारत से आते हैं, खड़गे कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हैं तो थरूर केरल का दोनों अपने लिए देश के अलग-अलग राज्यों में घूमकर प्रचार भी कर चुके हैं. यानि इस बार कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष दक्षिण भारत के पास जाना तय हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद एक बार मध्य प्रदेश के पास भी रह चुका हैं. 


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कांग्रेस में बन चुके हैं 18 राष्ट्रीय अध्यक्ष 
दरअसल, देश की आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद अधिकतर समय तक नेहरू-गांधी परिवार के पास ही रहा, देश की आजादी के बाद इस परिवार के कुल 5 सदस्य कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, जबकि 13 नेता नेहरू-गांधी परिवार के बाहर के लोग रहे हैं. सीताराम केसरी के बाद यह पहला मौका होगा, जब नेहरू-गांधी परिवार से बाहर का कोई नेता इस पद पर पहुंचेगा. एक बार यह पद मध्य प्रदेश के हिस्से भी आया था, देश के पूर्व राष्ट्रपति और मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे डॉ. शंकर दयाल शर्मा भी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके हैं. 


दो साल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं शंकरदयाल शर्मा 
डॉ. शंकरदयाल शर्मा 1972 से 1974 तक दो साल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, 1972 में उन्हें कोलकाता में इंडियन नेशनल कांग्रेस (AICC) सत्र के दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था, बाद में उन्होंने 1992 से 1997 तक वह भारत के राष्ट्रपति भी रहे. इस तरह केवल एक बार देश की सबसे पुरानी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद मध्य प्रदेश के खाते में आया था. 


कौन थे डॉ. शंकर दयाल शर्मा 
डॉ. शंकर दयाल शर्मा मूल रूप से मध्य प्रदेश के भोपाल के पास अमोन गांव के रहने वाले थे, 19 अगस्त 1918 को उनका जन्म हुआ था, पहले उन्हें वकालत और बाद में राजनीति में सक्रियता दिखाई, वह शुरुआत से ही कांग्रेस से जुड़े रहे और कांग्रेस में कई पदों पर रहे, 1949 में जब भोपाल की रियासत का भारत में विलय तो डॉ शर्मा भोपाल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने, डॉ. शर्मा केंद्रीय मंत्री, राज्यपाल, उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति भी रहे. इसके अलावा दो साल तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. 


अब कर्नाटक या केरल की बारी 
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर अब कर्नाटक या केरल की बारी है, हालांकि दावा मल्लिकार्जुन खड़गे का मजबूत नजर आ रहा है, क्योंकि कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने उनके समर्थन की बात कही है, जबकि गांधी परिवार का भी उनको समर्थन बताया जा रहा है, ऐसे में अगर खड़गे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनते हैं तो यह पद कर्नाटक के हिस्से में जाएगा. हालांकि शशि थरूर भी पूरा जोर लगाते नजर आ रहे हैं. 


ये नेता रह चुके हैं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष 
जो नेता अब तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं उनमें जेबी कृपलानी, बी पट्टाभि सीतारमैया, पुरुषोत्तम दास टंडन, जवाहरलाल नेहरू, यूएन ढेबर, इंदिरा गांधी, एन संजीव रेड्डी, के कामराज, एस निजलिंगप्पा, जगजीवन राम, शंकर दयाल शर्मा, देवकांत बरुआ, राजीव गांधी, केबी रेड्डी, पीवी नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ऐसे नेता रहे जिन्होंने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का नेतृत्व किया.