करतार सिंह राजपूत/मुरैनाः चंबल के बीहड़ में आतंक का पर्याय बन चुके गुड्डा गुर्जर गिरोह का पुलिस ने खात्मा कर दिया है. बता दें कि गुड्डा गुर्जर के करीबी कल्ला गुर्जर को भी पुलिस ने दबोच लिया है. कल्ला गुर्जर, गुड्डा गुर्जर गैंग का आखिरी सदस्य था, जो गुड्डा गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद भी फरार चल रहा था. 


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बता दें कि पुलिस ने कल्ला गुर्जर को शनि पर्वत के जंगल से गिरफ्तार किया है. जिस वक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया, उस वक्त कल्ला गुर्जर जंगल में बेखौफ पत्थरों पर सो रहा था. कल्ला गुर्जर पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित था. क्राइम ब्रांच और रिठौरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर कल्ला गुर्जर को गिरफ्तार किया. पुलिस का कहना है कि जब भी गुड्डा गुर्जर गिरोह की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई, उस दौरान कल्ला ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर अपने गिरोह को सुरक्षित बच निकलने में मदद की. 


पुलिस ने कल्ला गुर्जर के पास से 12 बोर की दोनाली बंदूक और 10 जिंदा राउंड बरामद किए हैं. कल्ला गुर्जर नूराबाद थाना क्षेत्र के लोहागढ़ गांव का रहने वाला है. फिलहाल पुलिस कल्ला गुर्जर से पूछताछ कर रही है. उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही पुलिस ने डकैत गुड्डा गुर्जर को पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था. यह मुठभेड़ ग्वालियर से 40 किलोमीटर दूर जंगल में हुई थी. मुठभेड़ के दौरान गुड्डा गुर्जर के पैर में गोली लगी थी. इस मुठभेड़ के दौरान कल्ला गुर्जर और गुड्डा के गिरोह के कुछ अन्य सदस्य भागने में सफल रहे थे. उसके बाद से ही पुलिस कल्ला गुर्जर की तलाश में जुटी थी. 


बीते कुछ समय से गुड्डा गुर्जर गिरोह का चंबल के बीहड़ों में आतंक था. करीब एक माह पहले गुड्डा गुर्जर और उसका गिरोह उस वक्त चर्चा में आया था, जब उसके रिश्तेदारों ने चंबल के चांचौला गांव में वन विभाग की करीब 300 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया था. जब गांव के लोगों ने इसका विरोध किया तो गुड्डा गुर्जर ने लोगों को डराकर गांव खाली कराने का फरमान सुना दिया था. गुड्डा गुर्जर पर हत्या के 3 और हत्या के प्रयास के 5 मामले दर्ज हैं. साथ ही गुड्डा गुर्जर गिरोह पर डकैती के 28-30 मामले भी दर्ज हैं.