MP के एक और डैम पर संकट! उमरिया के घोघरी बांध में आई दरार, गांव कराए गए खाली
मध्य प्रदेश के उमरिया में स्थित घोघरी बांध में भारी बारिश के चलते दरार पैदा हो गई है. अब इस दरार से पानी की लीकेज शुरू हो गई है. बांध टूटने के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने तीन गांव के लोगों को सुरक्षित जगह शिफ्ट करा दिया है.
अरुण त्रिपाठी/उमरियाः मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. इसके चलते जिले में स्थित घोघरी बांध में दरार आ गई है और बांध के टूटने का खतरा पैदा हो गया है. बांध टूटने के खतरे को देखते हुए देर रात ही उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. खतरे को देखते हुए तीन गांवों के तटवर्ती निवासियों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कराया गया है.
दरअसल घोघरी बांध में दरार आने के बाद उसमें से पानी का लीकेज शुरू हो गया है. मामले की जानकारी जैसे ही प्रशासन को लगी तो कलेक्टर, एसपी समेत सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारी देर रात घोघरी गांव पहुंच गए और हालात का जायजा लिया. अधिकारियों ने बांध की सीमा से लगे बड़खेरा, निमहा, पठारी की निचली सीमा में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया है. कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सिंचाई विभाग के इंजीनियर्स बांध में आई लीकेज की जांच कर रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर बांध के किनारे रास्ता बनाकर बांध खाली कराया जाएगा.
बता दें कि सिंचाई विभाग ने साल 2014 में घोघरी जलाश्य का निर्माण कराया था. फिलहाल पोकलेन मशीन की मदद से बांध में आई लीकेज वाली जगह पर मिट्टी भराव का काम किया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि हाल ही में धार जिले में स्थित कारम डैम में भी लीकेज की खबर सुर्खियां बनी थी. लीकेज के चलते डैम के टूटने का खतरा पैदा हो गया था लेकिन प्रशासन, एनडीआरएफ, आर्मी ने मिलकर बांध के किनारे रास्ता खोलकर उसे खाली कराकर बड़ा संकट टाल दिया था. अब एक बार फिर डैम में दरार की खबर ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
संजय सरोवर बांध के 4 गेट खुले
एमपी में लगातार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. सिवनी जिले में बीते 36 घंटों से हो रही लगातार बारिश के चलते एशिया के सबसे बड़े मिट्टी के संजय सरोवर बांध में पानी का जलस्तर बढ़ गया है. संजय सरोवर बांध का वर्तमान जलस्तर 517 मीटर है. लगातार पानी की आवक के चलते बांध के 10 में से 4 गेट खोले गए हैं. इनसे 20 हजार घन मीटर पानी हर सेकेंड छोड़ा जा रहा है. छोड़े जा रहे पानी के बहाव क्षेत्र से जुड़े गांवों और निचली बस्तियों में अलर्ट जारी किया गया है.