मनोज गोस्वामी/दतियाः जिले में ज्योतिष विज्ञान का दो दिवसीय तृतीय अखिल भारतीय महाअधिवेशन का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन में आज मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. आयोजन में सनातन धर्म की रक्षा को लेकर बुद्धिमान द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए. साथ ही ग्रह नक्षत्र की चाल, रत्नों उप रत्नों की विशेषताओं के बारे में भी चर्चा की गई. इस दौरान 


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आयोजन में जयप्रकाश निषाद, (राज्यसभा सांसद), गोरखपुर, अनिल वत्स, हरीओम जोशी, कृपाशंकर उपाध्याय, राहुल राजा महामंडलेश्वर, श्रीमती परिणीता राजे प्रमुख थे. इस दौरान मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र की हिंदू सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले बुद्धिमानों द्वारा जमकर प्रशंसा की गई. यहां तक जानें-मानें राष्ट्रीय एस्ट्रोलॉजिस्ट एसएस रावत ने कहा देश के प्रत्येक राज्य में डॉक्टर नरोत्तम इस वजह से मंत्री होना चाहिए, क्योंकि यह हमेशा हिंदू सनातन धर्म की रक्षा के लिए लड़ते दिखाई देते हैं.


आयोजन में गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हिंदू पंचांग नासा से बहुत आगे है. उन्होनें कहा कि भले ही नासा के वैज्ञानिक गोलमोल तरीके से हिंदू पंचांग द्वारा दी गई जानकारी को नकारते हैं लेकिन बाद में हिंदू पंचांग का ही उपयोग करते हैं.  नासा ने बाद में बताया कि गुरु 12 साल बाद आता है, जबकि पंचांग में पहले से ही 12 साल बाद ही गुरु के आने पर कुंभ का मेला लगता है.


आयोजन में सनातन धर्म की रक्षा को लेकर बुद्धिमान द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए साथ ही ग्रह नक्षत्र की चाल, रत्नों उप रत्नों की विशेषताओं के बारे में भी चर्चा की गई. इस दौरान मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र की हिंदू सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले बुद्धिमानों द्वारा जमकर प्रशंसा की गई. यहां तक जाने-माने राष्ट्रीय एस्ट्रोलॉजिस्ट एसएस रावत ने कहा देश के प्रत्येक राज्य में डॉक्टर नरोत्तम इस वजह से मंत्री होना चाहिए, क्योंकि यह हमेशा हिंदू सनातन धर्म की रक्षा के लिए लड़ते दिखाई देते हैं.                     


हिंदू धर्म में कई ज्योतिष और वास्तु विशेषज्ञ हुए हैं और है जो समय-समय पर मौसम की जानकारी देते रहते हैं और सख्त होती है सुनामी के कहर के बारे में पूर्व में ही हिंदू पंचांग में बता दिया गया था. नासा ने सुनामी कहा तो पंचांग में जल का प्रलय बताया था. उन्होंने ज्योतिष बुद्धिमानों से कहा है कि ज्योतिष को भी योग की तरह सरल भाषा में प्रचारित करें. जिससे आमजन लाभ उठा सकें.


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