Dengue Fever: डेंगू के मरीज डाइट में इन चीजों को करें शामिल, जल्दी हो जाएंगे ठीक!
Dengue Fever: डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स कम होने की समस्या बहुत होती है. माना जाता है कि प्लेटलेट कम होने पर बकरी के दूध का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है. आइए जानते हैं कि क्या है इसके फायदे
नई दिल्लीः हर साल सितंबर-अक्टूबर के महीने में डेंगू बुखार लोगों को खूब डराता है. दरअसल इन दो महीनों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ते हैं और कई मामलों में जान जाने का खतरा भी पैदा हो जाता है.इन दिनों भी देश के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी संख्या में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. डेंगू बुखार के बाद मरीज के शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है और उसे रिकवरी में लंबा समय लगता है. ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी डाइट्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका सेवन करके आप तेजी से डेंगू बुखार से होने वाली कमजोरी से रिकवर कर सकते हैं.
हरी पत्तेदार सब्जियों का करें सेवन
डेंगू के मरीजों को हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए. हरी पत्तेदार सब्जियां इम्यूनिटी बढ़ाती है और शरीर में कई माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी को भी पूरा करती हैं. सूप, सलाद और सब्जी के रूप में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन किया जा सकता है.
दाल, दलिया खाएं
डेंगू बुखार के बाद मरीज की पाचन क्रिया भी सुस्त पड़ जाती है. इसलिए डाइट में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए, जो पचने में आसान होने के साथ ही पौष्टिक भी हो. इसलिए खिचड़ी, दलिया, दाल आदि के सूप का सेवन करना चाहिए. ये ना सिर्फ पचने में आसान हैं बल्कि इससे शरीर को भरपूर पोषण मिलता है.
खूब पानी पीएं
बीमारी के दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए. इसलिए खूब पानी पीएं. पानी के साथ ही ताजे फलों का जूस, सब्जियों का सूप, नारियल पानी, अनार का जूस आदि का भी सेवन करें. इससे ना सिर्फ शरीर में पानी की कमी पूरी होगी बल्कि इससे शरीर को एनर्जी भी मिलेगी. डेंगू फीवर से रिकवरी के समय बाहर का खाना खाने से भी बचें.
डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स कम होने की समस्या बहुत होती है. माना जाता है कि प्लेटलेट कम होने पर बकरी के दूध का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है. दरअसल बकरी के दूध में विटामिन बी6, बी12, सी और डी पाया जाता है. बकरी के दूध में फोलिक एसिड नामक विटामिन भी पाया जाता है. यह पचने में भी आसान होता है. स्टडी में पता चला है कि बकरी के दूध में एक खास प्रोटीन पाया जाता है जो डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में मददगार होता है.
(डिस्कलेमर- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी और विभिन्न लेखों पर आधारित है. जी मीडिया इसकी पुष्टि नहीं करता है. कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर की सलाह से ही काम करें. )