धार: मध्य प्रदेश के धार जिले में एक अनोखा मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक जिंदा व्यक्ति की अर्थी निकाली गई! दरअसल यह पूरी कवायद एक बरसों पुराना टोटका है, जो बारिश के लिए किया जाता है. बता दें कि भारत के ग्रामीण इलाकों में आज भी बारिश के लिए कई टोटके किए जाते हैं और लोगों का विश्वास है कि ये टोटके सफल भी होते हैं, यही वजह है कि सालों बीत जाने के बाद भी लोगों का इन टोटकों में विश्वास बना हुआ है. 


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इंद्रदेव को खुश करने के लिए निकाली जिंदा व्यक्ति की अर्थी
प्रदेश में मानसून की आमद हो चुकी है लेकिन अभी भी राज्य के कई इलाके ऐसे हैं, जहां बारिश का इंतजार खत्म नहीं हुआ है. ऐसा ही इलाका है धार का, जहां बारिश ना होने से आम जनजीवन के साथ ही किसानों की भी चिंता बढ़ती जा रही है. ऐसे में बारिश की बेरुखी की चलते और रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए इलाके के लोगों ने बरसों पुराने टोटके का सहारा लिया. जिसमें लोगों ने एक जिंदा व्यक्ति को अर्थी पर लिटाकर पूरे नगर में भ्रमण कराया. 


यह नजारा था धार के सरदारपुर का, जहां सरदारपुर नगर के बस स्टैंड पर स्थानीय लोगों ने एक अर्थी को विधिवत सजाया और उस नगर के ही गोपाल नामक व्यक्ति को लिटाया. इस दौरान मौजूद लोगों ने अर्थी को कंधा दिया और मान्यता अनुसार ढोल के साथ नगर भ्रमण कराया. इस दौरान आतिशबाजी भी की गई. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि ऐसा करने से इंद्रदेव खुश होते हैं और इससे क्षेत्र में खूब वर्षा होती है. इससे सूखे कंठों को पानी मिलने के साथ ही खेती किसानी को भी राहत मिलती है.