MP में जर्जर मकान की खुदाई में मिला खजाना, करोड़ों के सोने का इस तरह खुला राज
मध्य प्रदेश के धार में मजदूरों को एक मकान तोड़ते वक्त खजाना मिला, लेकिन मजदूरों ने इसकी जानकारी किसी को नहीं दी और आपस में पूरा खजाना बांट लिया. लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा दिन नहीं चली और पूरे मामले का खुलासा हो गया. आप भी जानिए इस मामले का खुलासा कैसे हुआ.
धार। कहते हैं कब किसकों क्या मिल जाए इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है. मध्य प्रदेश के धार में कुछ मजदूरों के साथ ऐसा ही कुछ हुआ. क्योंकि इन मजदूरों को खुदाई के दौरान खजाना मिल गया. खजाने में मजदूरों को सोने के 86 सिक्के मिले. खजाना मिलते ही मजदूरों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. लेकिन मजदूरों को लालच आ गया और उन्होंने इस बात की जानकारी न तो मकान मालिक को दी और न हीं प्रशासन या पुलिस को. सबने आपस में मिलकर सोने के सिक्के बांट लिए. लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा दिन तक नहीं रह पाई.
दरअसल, धार शहर के नालछा दरवाजा इलाके के पास चिटनिस चौक में शिवनारायण राठौड़ के मकान का एक हिस्सा जर्जर था, जिसे तोड़कर वह नया मकान बनवा रहे थे, उन्होंने कुछ मजदूरों को अपना मकान तोड़ने के काम में लगाया था. मजदूर एक महीने से यहां काम कर रहे हैं, जहां दीवार गिराते समय उन्हें अचानक से सोने के जेवर और सिक्के निकले, जिसे मजदूरों ने आपस में बांट लिया.
इस तरह हुआ मामले का खुलासा
मजदूरों को पहले दीवार तोड़ने पर सोने की कुछ गिन्नियां मिली, जिसकी जानकारी उन्होंने मकान मालिक को नहीं दी और उसे ले जाकर आपस में बांट लिया. इसके बाद फिर उन्हें खुदाई में सोने के सिक्के और कुछ जेवर मिले. इस दौरान मजदूरों की संख्या बढ़ गई और उन्होंने यह सिक्के भी आपस में बांट लिए. लेकिन वो कहते हैं राज कोई भी हो ज्यादा दिन छुप नहीं पाता. एक मजदूर ने अपनी पूरी उधारी चुकाई और एक नई बाइक खरीद ली. जबकि शराब के नशे में उसने खजाना मिलने की बात भी कई लोगों को बता दी. जिससे यह पूरा मामला पुलिस के पास पहुंच गया. जिसके बाद पुलिस पूरे मामले में एक्टिव हुई.
चार मजदूर पकड़े गए
पुलिस ने सबसे पहले मकान मालिक के घर पहुंचकर उससे मामले की जानकारी ली, लेकिन मकान मालिक को कोई जानकारी नहीं थी, जिसके बाद पुलिस ने वहां काम करने वाले मजदूरों के बारे में जानकारी जुटाई गई और एक मजदूर सुरेश को पकड़ा, पुलिस ने जब सुरेश से सख्ती से पूछताछ की तो उसने खजाना मिलने की पूरी बात बताई, जिसके बाद पुलिस खजाने के हिस्सेदार बने सभी मजदूरों तक पहुंच गई. धार पुलिस ने चार मजदूरों को पकड़ा है, जिनके पास से उन्हें सोने की गिन्नियां मिली हैं.
धार पुलिस ने बताया कि मजदूरों को दो बार में खजाना मिला था. सभी ने उसे आपस में बांट लिया, जिसके बाद बर्मा नाम के एक मजदूर ने अपना सारा कर्जा चुका दिया और एक नई बाइक खरीद ली. जबकि उसने नशे में खजाना मिलने की बात भी कह दी, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. बर्मा के पास से ही पुलिस को खजाने में मिली सोने की चेन भी बरामद हुई है. बताया जा रहा है कि इस सोने को लेकर एक व्यापारी पर भी पुलिस की नजर है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.