Dhirendra Shastri Bageshwar Dham Sarkar: आरबी सिंह/टीकमगढ़। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के टीकमगढ़ (Tikamgarh) में इन दिनों बागेश्वर धाम सराकर (Bageshwar Dham Sarkar) के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) की रामकथा (Ramkatha) चल रही है. सोमवार को कथा के आयोजन में दिव्य दरबार (Divya Darbar) के दौरान वो एक पत्रकार पर भड़क (Angry At Journalist) गए और उससे माफी मांगने तक की बात बोल दी. फिर भरे पंडाल से भक्तों के साथ सभी को शास्त्री ने गुरु भक्ति की महिमा और परिभाषा बताई.


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युवक की जमकर खिंचाई
टीकमगढ़ के गंजीखाना मैदान के पंडाल में धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार लगा था. आए हुए भक्त अर्जी लगा रहे थे. इसी दौरान एक पत्रकार ने उनसे सवाल पूछा जिसके बाद बाबा को गु्स्सा आ गया और अपने अंदाज में उन्होंने युवक की जमकर खिंचाई की और आए हुए भक्तों को गुरू भक्ति की बताई परिभाषा भी बताई.


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 नवधा गुरू भक्ति को बताया
रामकथा के दौरान बागेश्वर सरकार वाले धीरेंद्र शास्त्री ने नवधा गुरू भक्ति के बारे में लोगों को बताया और कहा कि बिना गुरू कृपा के भगवान नहीं मिलते. इसलिए गुरू कृपा होना बहुत ही जरूरी होता है. जिसका गुरू बलवान होता है उसका चेला पहलवान होता है. गुरू किसी का भी अभिमान या स्वाभिमान नहीं बढ़ाता है बल्कि गुरू सीधे हनुमान जी से मिलवाता है.


कलयुग में सिर्फ हनुमान का सहारा
कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि आखिर कब तक भटकोगे, कब तक आंसू बहाओगे. अब तो तुम्हारे आंसू भी कम होने लगे होंगे. घर वाले भी हंसी उड़ाने लगे होंगे. सबकी अर्जी बालाजी सरकार के पास लगा दी है. तुम सब अपना सब कुछ बालाजी भगवान पर छोड़ देना. क्योंकि कलयुग में सिर्फ हनुमान जी ही सबका सहारा है.


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खचाखच भरा दरबार 
बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों सुर्खियों में हैं. कभी उनके चमत्कार के ऊपर लोग सवाल उठाते हैं तो कभी लोग उनकी वाक शैली के ऊपर. बीते दिनों वो भाई भी विवादों के कारण भी खबरों में बने रहे. लेकिन, उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है. टीकमगढ़ के गंजीखाना मैदान में चल रही श्रीरामकथा में भक्तों जनसैलाब उमड़ा. पंडाल में जगह कम पड़ जाने की वजह से लोग पंडाल के बाहर स्क्रीन में कथा दिखाई और सुनाई गई.