Madhya Pradesh News: पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजिय सिंह ने महाकाल दर्शन के लिए शुल्क व्यवस्था को लेकर शिवराज सरकार पर भड़ास निकाली है. इस व्यवस्था के लिए उन्होंने शिवराज सरकार को घेरा और सोशल मीडिया के जरिए मोर्चा खोला है. साथ ही उन्होंने आगामी Madhya Pradesh Election 2023 में कांग्रेस की सरकार बनने पर महाकाल दर्शन के लिए शुल्क व्यवस्था को खत्म करने की बात कही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोशल मीडिया पर खोला मोर्चा
दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मोर्चा खोला है. उन्होंने X पर लिखा- पिछले चार माह से उज्जैन के महाकाल मंदिर में गर्भ गृह में आम श्र‌द्धालुओं का प्रवेश बिल्कुल बंद है जबकि यह दर्शन सशुल्क 750 रुपए देने के बाद होते हैं. किंतु फिर भी बंद है. लेकिन मुख्यमंत्री भाजपा सरकार के मंत्री उनके रिश्तेदार और बड़े उद्योगपति भाजपा के नेताओं कार्यकर्ताओं के लिए गर्भ गृह हमेशा खुला रहता है और वे दर्शन करते हैं, जो की आम श्रद्धालुओं के साथ और उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ है. कमलनाथ जी एवं जयवर्धन ने यहां घोषणा कर रखी है कि प्रदेश में सरकार बनते ही सभी दर्शन शुल्क समाप्त कर दर्शन निशुल्क किए जाएंगे.  मंदिर में लगभग दो लाख लोग पूरे देश प्रदेश से रोजाना दर्शन के लिए आते हैं लेकिन गर्भ गृह में प्रवेश नहीं कर पाते. यह सब प्रतिबंध जानबूझकर के सावन माह के बहाने चार माह से लगाया गया था निरंतर चला रहा है. जय महाकाल


महाकाल पूजा बना रहा मुद्दा
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे सत्ता पक्ष और विपक्ष हर एक मुद्दे को जोरों-शोरों से उठा रहा है.ऐसे में अब विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना और दर्शन भी एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान महाकाल बाबा के दरबार पहुंचे थे. यहां उन्होंने पूजा-अर्चना की थी. उनके अलावा टिकट मिलने पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी परिवार के साथ बाबा के दरबार पहुंचे थे. यहां उन्होंने सपरिवार गर्भगृह में भगवान महाकाल की आराधना की थी.


इसके अलावा उद्योगपति अनिल अंबानी भी कुछ दिनों पहले उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे थे. उन्होंने भी गर्भगृह में पहुंचकर पूजा की थी. इन्हीं सब को लेकर दिग्विजय सिंह ने हमला बोला है.


इनपुट- भोपाल से प्रमोद शर्मा, Zee मीडिया