चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के फैसले पर उठाए सवाल, कह दी ये बात
मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में चुनाव होना है. वहीं इसे लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही तैयारी में जुट गई है.बीजेपी जहां नाराज नेताओं के मना रही है तो वहीं कांग्रेस हारी हुई सीटों पर फोकस कर रही है. इस बीच दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के फैसले पर सवाल उठाए हैं. जानिए
प्रमोद शर्मा/भोपाल: आगामी चुनाव को लेकर कांग्रेस कोई कमी नहीं छोड़ रही है. वहीं दिग्विजय सिंह की सक्रियता भी अच्छे तरीके से देखी जा रही है. उन्होंने ये तो साफ कर दिया है कि वो दोबारा सीएम नहीं बनेंगे. अगर सरकार बनेगी तो कमलनाथ के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी. दिग्विजय ने यह भी कहा है कि टिकट बंटवारे का फैसला भी कमलनाथ ही करेंगे. लेकिन उन्होंने पीसीसी पद को लेकर सवाल खड़े कर दिए है.
दरअसल कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के पूर्व सीएम और पीसीसी चीफ कमलनाथ के फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस फॉर्मूला के एक पद एक व्यक्ति का कमलनाथ ने पालन नहीं किया है. सरकार गिरने के समय कमलनाथ सीएम औ पीसीसी अध्यक्ष दोनों पदों पर काबिज थे.
सीएम-पीसीसी चीफ अलग होना चाहिए
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष और सीएम दोनों अलग-अलग होना चाहिए. यह हमारी कोशिश रही है. जब मैं 1993 में सीएम बना था तो सबसे पहले पीसीसी अध्यक्ष के पद को छोड़ा था. लेकिन अब सब जानते हैं कि कमलनाथ ने तो सीएम रहते भी पीसीसी अध्यक्ष पद नहीं छोड़ा. उनके दो पदों पर रहते हुए सरकार गिरी थी. अब दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद सवाल ये भी खड़े हो रहे हैं कि क्या पद बांट देते तो सरकार बच जाती?
दिग्विजय सिंह विंध्य दौरे पर
गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस उन सीटों पर ज्यादा फोकस कर रही है, जहां उसको पिछले चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ रहा था. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खुद यहां पार्टी की संभावनाएं देख रहे हैं. इसी कड़ी में वो बुधवार से ही विंध्य दौरे पर हैं. हालांकि दिग्विजय सिंह ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड औऱ विंध्य में एक बार दौरा कर चुके हैं. अब फिर से वो कार्यकर्ताओं के साथ लगातार ही बैठक कर रहे हैं. बता दें कि विंध्य में कांग्रेस का प्रदर्शन उतना ठीक नहीं रहा था, यहां 30 पर कांग्रेस और 23 पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी.