दुर्ग के थानों में कबाड़ हो रहे 40 हजार से अधिक वाहन, गाड़ी के पार्ट्स हो रहे चोरी
आपने अब तक म्यूजियम तो बहुत देखे होंगे तरह-तरह के म्यूजियम देखे होंगे लेकिन क्या कभी कबाड़ का म्यूजियम देखा है? जी हां, सही सुन रहे हैं आप अगर आपने कबाड़ का म्यूजियम नहीं देखा तो आइए आपको छत्तीसगढ़ के सबसे वीआईपी जिले में ले चलते हैं.
दुर्ग/हितेश शर्मा: आपने अब तक म्यूजियम तो बहुत देखे होंगे तरह-तरह के म्यूजियम देखे होंगे लेकिन क्या कभी कबाड़ का म्यूजियम देखा है? जी हां, सही सुन रहे हैं आप अगर आपने कबाड़ का म्यूजियम नहीं देखा तो आइए आपको छत्तीसगढ़ के सबसे वीआईपी जिले में ले चलते हैं. जहां कबाड़ का म्यूजियम बना है.
दरअसल सड़क दुर्घटना, चोरी तस्करी डकैती जैसी कार्यवाहियों में जब्त किए गए. 2 पहिया और 4 पहिया वाहन कई सालों से थाने में सड़ रहे है. अब हालात ये है कि वाहन कबाड़ का म्यूजियम बन चुका है. यदि आपको कबाड़ का म्यूजियम देखना है तो दुर्ग जिले के दो दर्जन से ज्यादा थानों में घूम आइये. थानों के बाहर स्मार्ट और एक्टिव पुलिसिंग को धब्बा लगाते जब्त किये हुए वाहन अब सड़ चुके है. कुछ वाहन में तो टायर है इंजन नहीं. अब सवाल यहां भी उठ रहा है कि आखिर थानों के अंदर वाहनों से यह सामान कैसे चोरी हो जाते हैं?
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गौरतलब है कि मार्च के महीने में पुलिस विभाग की और से कबाड़ कंडम वाहनों की नीलामी की जाती है. लेकिन कई वर्षों से नीलामी नहीं की गई. जिसके कारण थानों में ये कबाड़ इक्कठा हो गए है. पुलिस द्वारा जब्त किये वाहन को छुड़ाने की प्रकिया लम्बी और जटिल होती है. जिसके कारण कई लोग अपना वाहन नहीं छुड़ाते. करीब 40 हजार से अधिक वाहन लावारिस हालत में पड़े है. अब स्थिति ये हो गई है कि इन के पार्ट्स तक गायब हो गए है.
कोर्ट की ली जाएगी मदद
पुलिस कप्तान अभिषेक पल्लव का कहना हैं कि काफी सारी चीजें जब्त हुई है, जिसमें कईयों के केस का निराकरण हो चुका है, तो उनको सुपुर्दनामा करने के लिए सभी थानेदारों को आदेश दिया जाएगा. और कोर्ट के माध्यम से इन सभी कबाड़ को हटाने की प्रक्रिया की जाएगी. तो वहीं कानून के जानकार अधिवक्ता नितेश साहू कहते हैं कि स्मार्ट पुलिसिंग और खूबसूरत थानों के बीच में इस तरह का यह कबाड़ का म्यूजियम बदरूम आधार की तरह है. पुलिस विभाग को न्यायालय को पत्र लिखकर इन सभी जब्त किए गए वाहनों का सुपुर्दनामा ही अनुसरण करना चाहिए. जिससे थाने की खूबसूरती और व्यवस्था बेहतर हो सके.