हितेश शर्मा/दुर्गः केंद्रीय जेल को सबसे सुरक्षित क्षेत्र माना जाता है लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां केंद्रीय जेल परिसर में मौजूद असिस्टेंट जेल के आवास पर 10-12 हथियारबंद लोगों ने हमला बोल दिया. घटना पूरी फिल्मी स्टाइल में अंजाम दी गई. फिलहाल आरोपियों का पता नहीं चल सका है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. 


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आधी रात को बोला धावा
मामला गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के गृह जिले दुर्ग की है. जहां दुर्ग केंद्रीय जेल के असिस्टेंट जेलर के घर पर आधी रात करीब 2-3 बजे के करीब 10-12 हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोल दिया. जब बदमाशों ने घर पर हमला किया, उस वक्त असिस्टेंट जेलर का परिवार सो रहा था. जब लोगों को घर के खिड़की दरवाजे टूटने की आवाज आई तो लोग हड़बड़ाकर उठे. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई लेकिन जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तो आरोपी मौके से फरार हो गए थे. 


फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को पहचानने की कोशिश की जा रही है. वहीं तीन लेयर की सुरक्षा वाली केंद्रीय जेल में असिस्टेंट जेलर के घर पर हुए हमले से कई सवाल खड़े हो गए हैं. सवाल उठा रहा है कि आखिर हमलावर असिस्टेंट जेलर के घर तक कैसे पहुंच गए? वहीं पुलिस इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रही है लेकिन पुलिस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं.