CM Mohan Yadav On Emergency: 25 जून 1975 को भारत में इमरजंसी लगाई गई थी. इसे लेकर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा , "जैसा कि पीएम ने कहा, आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर एक धब्बा है. कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए. उनके अत्याचारों के कारण कई परिवार बर्बाद हुए. ये सभी लोग हमारे इतिहास के काले दौर के लिए जिम्मेदार हैं. सीएम ने कहा आज विपक्षी नकली संविधान को लेकर नौटंकी कर रहा है. कांग्रेस ने संविधान में 100 से ज्यादा संशोधन किए. कांग्रेस ने संविधान की धज्जियाँ उड़ाई. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आपातकाल को याद करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि उस दौरान मां भारती के साहसी पुत्रों को काफी संघर्ष करना पड़ा था. आपातकाल लोकतंत्र का काला अध्याय है. सीएम के इस पोस्ट पर काग्रेंस ने भी जवाब दिया और कहा 50 साल से बीजेपी इसी मुद्दे पर राजनीति कर रही है. कितने सालों तक अपातकाल के मुद्दे को भुनाया जाएगा. 


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कांग्रेस को क्यों लगी मिर्ची 
एमपी के सीए मोहन यादव के आपातकाल पर दिए बयान पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश नायक ने जवाब देते हुए कहा कि उस समय जो देश की स्थिति थी, तब तत्कालीन सरकार ने जनहित में वो फैसला लिया था. बीजेपी वोटबैंक के कारण बार-बार पुराने मुद्दों को कुरेदती है. अब उन मुद्दों को याद करने का कोई मतलब नहीं है. बीजेपी को अब भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बात करना चाहिए. 


संविधान की धज्जियां किसने उड़ाई थी 
मामले पर कैलाश विजयवर्गीय ने भी बयान दिया और कहा संविधान की दुहाई देने वालों ने आज से 50 साल पहले आपातकाल लगाकर संविधान की धज्जियां उड़ाई थी. आज वो संविधान को लेकर पार्लियामेंट में कर रहे हैं संविधान खतरे में है. आजादी के बाद सारे देश को जेल बनाने वाले लोग आज संविधान की प्रति लेकर चल रहे हैं. विपक्ष अपने राजनीतिक हथकंडे के लिए संविधान का उपयोग कर रहा है. आपातकाल के कारण कई लोग बर्बाद हो गए. 


सोनिया गांधी ने अपनी सास को क्यों नहीं रोका?
आपातकाल पर पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी कांग्रेस को खरी खोटी सुनाई. उन्होंने कहा सोनिया गांधी ने अपनी सास को आपातकाल लगाने से नहीं रोका. आपातकाल के दौरान मीडिया पर प्रतिबंध लगाया गया.  अब संविधान की पुस्तक का कांग्रेस अपने वोटो को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल कर रही है.
संविधान बदलने की झूठी अफवाह फैला रहे हैं.