Emerging Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के विकास का रोडमैप क्या है? इसे लेकर जी मीडिया द्वारा आयोजित 'Emerging Emerging Madhya Pradesh' कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल (Minister Kamal Patel) भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश के किसानों को लेकर अपना विचार रखा. पढ़िए खास सवाल-जवाब के जरिए पूरी बातचीत...


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1- केन्द्र सरकार ने मूंग की लिमिट बढ़ा दी है, इससे किसानों की कितना लाभ मिलेगा?
माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी का जो संकल्प हैं कि जो किसानों की खेती घाटे की थी उसको लाभ का धंधा बनाए जाएं, औऱ 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो. मैं कृषि मंत्री बाद में हूं, पहले एक किसान हूं. मुझे गर्व है कि 2022 तक पीएम मोदी ने अपना संकल्प किसानों की दोगुनी आय करना था तो वो संकल्प शिवराज जी के नेतृत्व में हमने प्रदेश के किसानों के लिए पूरा किया है. 




2. बाढ़ के बाद किसानों को नुकसान हुआ है? आधे किसानों को सरकार की  मदद मिली है, बाकी के किसानों को कब तक मिलेगी?


अतिवृष्टि से किसानों की फसल खराब हुई है. कई जगह मकान क्षतिग्रस्त हुए है, मवेशियां भी मारे गए है. लेकिन ये बीजेपी की सरकार गांव गरीबों की सरकार है. 2003 में प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी, मैं 1993 से विधायक हूं. तब केन्द्र में कांग्रेस की सरकार था. हमने हर साल किसानों की क्षति होने पर व्यक्तिगत लाभ दिलाने के लिए आरबीसी 6-4 कानून में प्रावधान की बात कही थी. इसमें किसानों को बहुत कम लाभ मिलता था. लेकिन जब मैं शिवराज सरकार में राजस्व मंत्री बना तो सीएम को विश्वास दिलाकर इस आरबीसी कानून में बदलाव करवाया. जहां 5 करोड़ किसानों को नहीं मिले पूरे कांग्रेस के शासनकाल में वहीं आरबीसी में बदलाव करके हमें आज 5000 करोड़ हर साल मिलते है. इसी तरह किसानों को फसल खराब होने पर बीमा का कोई सुरक्षा कवच कांग्रेस की सरकार में नहीं मिलता था. जब पहली बार अटल जी की सरकार आई, तब वो पीएम फसल बीमा योजना लाए, किसान क्रेडिट कार्ड लेकर आए. उसके कारण आज किसानों की खेती बची हुई है.



3. लहसुन के किसानों को कब तब लाभ पहुंचेगा?
देखिए लहसुन की फसल सितंबर और अक्टूबर के महीने में बोई जाती है, औऱ जनवरी-फरवरी में आती है. किसान अपनी फसल को अच्छे दामों में बेच चुका है. चूंकि पिछली बार किसानों को ज्यादा भाव मिला था. किसानों ने अच्छे बीज बेच चुके है. अभी जो थोड़ा खराब बीज है, जो छोटा है, जिसमें कीड़े पड़ रहे है. उनका भाव कम मिल रहा है. वहीं ऐसी स्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंडियों में लहसुन की आवक और मूल्य पर बैठक ली है. उन्होंने कहा है कि  लहसुन उत्पादक किसानों को फसल के सही दाम दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं. 



4. कर्जमाफी के भरोसे 2023 की राह कांग्रेस देख रही है. आप क्या कहने चाहेंगे?
देखिए ने कांग्रेस ने 60 साल राज किया. लेकिन उन्होंने ने देश को एक शौचालय नहीं दिया, एक पक्का मकान नहीं दिया, एक गिलास शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं की न गांव में सड़क दी. लेकिन पीएम ने करोड़ों शौचालय बनाकर मातृशक्ति को सम्मान दिया. करोड़ों मकान बनाकर गरीबों को आशियाना दिया. करोड़ों महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया. अब देश के अच्छे दिन आ गए है. इसलिए 2023 और 2024 में कांग्रेस का सफाया होगा. कर्जमाफी करें या कुछ भी कांग्रेस ने जनता से झूठ बोला है. जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ गया है. लेकिन कमलनाथ ने एक काम अच्छा किया है. छिंदवाड़ा में जानवर चराने की ट्रेनिंग का और बैंड बजाने का कोर्स खोला. अब एमपी के पूरे कांग्रेसी इकट्ठे होंगे, छिंदवाड़ा जाएंगे. यहां वो ढोर चराएंगे और बैंड बजाएंगे.