राज किशोर सोनी/रायसेन : भाजपा नेता और भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के हथियार को लेकर दिए गए बयान से मध्य प्रदेश की राजनीति पहले से ही गर्म है और अब पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का भी हथियार रखने को लेकर बयान सामने आया है. उमा भारती ने कहा है कि हर सनातनी के पास शस्त्र होना चाहिए, लेकिन यह आत्मरक्षा के लिए होना चाहिए.हिंसक भाव नहीं होना चाहिए. बता दें कि उमा भारती रायसेन जिले के बरेली में पूर्व विधायक भगत सिंह पटेल की शोक सभा में शामिल हुई थीं. इस दौरान उन्होंने कहा कि शस्त्र रखना हिंदुत्व में वर्जित नहीं है.भारतीय कानून में वर्जित नहीं है.अगर  अवैध लाइसेंस वाला हथियार ना हो. शस्त्र रखना वर्जित होता तो लाइसेंस क्यों दिया जाता है.हिंसक होना वर्जित है.हिंसा के भाव के लिए शस्त्र नहीं रखा जा सकता है. 


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शस्त्र का लाइसेंस तो सरकार देती हैं
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि शस्त्र का लाइसेंस तो सरकार देती हैं फिर गलत कैसे हो गया. शंकर जी के हाथ में त्रिशूल है, विष्णु जी के हाथ में सुदर्शन चक्र है और भगवती दुर्गा सिंह पर विराजमान हैं और वे सबके शस्त्र धारण करती हैं, लेकिन वे दूसरों की रक्षा के लिए हैं न कि किसी हिंसा के लिए.हिंसा और हिंसक विचारधारा गलत है.



 


कांग्रेस ने ली चुटकी
इधर रायसेन आए कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने भाजपा नेताओं के ऐसे बयानों पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि वह इस तरह के बयान क्यों दे रही हैं, यह मैं नहीं बता सकता, लेकिन एक बात सच है कि 2003 में जब कांग्रेस की सरकार गई और भाजपा की सरकार आई, तो उसमें उमा भारती का बड़ा योगदान था. और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी उमा जी के कारण ही भाजपा की सरकार जाएगी.