डिंडौरी: धर्मांतरित लोगों के आरक्षण के विरोध में शनिवार को आदिवासी बाहुल्य डिंडौरी जिला मुख्यालय में आदिवासी समाज ने रैली निकाली. इसके बाद उत्कृष्ट स्कूल मैदान में सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते समेत आदिवासी समुदाय के बुद्धिजीवी शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्देश्य धर्मांतरित व्यक्ति को चिन्हित कर उसे आदिवासी वर्ग के तहत मिलने वाले आरक्षण से हटाना था.


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लामबंद हुआ आदिवासी समुदाय
चूंकि आदिवासी समाज का बड़ा तबका धर्मांतरण कर चुका है और वह आदिवासी आरक्षण का लाभ भी ले रहा है. इस कारण अन्य आदिवासी आरक्षण के लाभ से वंचित रह जाते हैं. इसीलिए अब आदिवासी समाज धर्मांतरित लोगों के आरक्षण के विरोध में लामबंद हो गया है.


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केंद्रीय मंत्री ने बताया दोहरा लाभ
इलाके के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का कहना है की हम आदिवासी समाज के हैं और किसी कारण से हमारे समाज के लोग धर्मांतरण करते हैं. उनको किसी भी कीमत पर आदिवासी आरक्षण का लाभ नहीं मिलना चाहिए. केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया की धर्मांतरित व्यक्ति दोहरा लाभ ले रहे हैं. जो एक बड़ी विसंगति है.


ऐसे लोगों का नाम हटाया जाए
मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने धर्मांतरित व्यक्तियों का नाम अनुसूचित जनजाति की सूची से हटाने की वकालत की है. इस कार्यक्रम में न सिर्फ डिंडौरी बल्कि अन्य जिलों से भी आदिवासी समुदाय के लोग बड़ी तादात में शामिल हुए. उन्होंने मंत्री की बात का समर्थन करते हुए सरकार से अपनी मांगें मानने की अपील की. आदिवासी समुदाय ने केंद्रीय मंत्री से भी अपने ये मांग सरकार के सामने रखने का आग्रह किया है.


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