आर.बी सिंह/टीकमगढ़:  आमतौर पर आप सभी ने खाने का भोज सुना होगा और देखा भी होगा. लेकिन क्या आपने कभी फलों और सब्जियों का भोज सुना हैं? अगर नहीं सुना तो चलिए हम आपको यह सब्जियों और फलों का अनोखा भोज दिखाने जा रहे हैं. जो एक शख्स लगातार 3 सालों से बंदरों (Monkey food) को यह अनोखा भोज देकर पुण्य करता आ रहा है.


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जी हां, हम बात कर रहे हैं टीकमगढ़ (tikamgarh) जिले के प्रसिद्ध शिव मन्दिर कुंडेश्वर (shiv mandir) में हजारों की संख्या में बंदर पाए जाते हैं. मगर जंगलों में कुछ न होने के चलते यह बंदर मन्दिर और कुंडेश्वर बस्ती में पेट की आग बुझाने विचरण करते हैं. मगर एक ऐसा व्यक्ति भी है, जो हमेशा बंदरों की सोचकर बंदरों को रोज विशाल भोज देता है. 


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पेशे से व्यापारी श्रीराम प्रजापति
दरअसल पेशे से सब्जी व्यापारी राम प्रजापति पहले शिव मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन करते हैं, फिर गाड़ी में भरकर फलों और सब्जियों को लाकर वहां मौजूद बंदरों को बड़ा भोज करवाते है. राम प्रजापति प्रतिदिन 3 से लेकर 4 क्रेट फल भरकर बंदरों को खिलाते हैं. राम रोजाना बंदरों को अमरूद, गाजर, चकुंदर, टमाटर आदि खिलता हैं. 


बंदर करते हैं अपने श्रीराम का इंतजार 
बंदर रोजना ही अपने राम का इंतजार 11 बजते ही करने लग जाते हैं.  सुबह के 11 बजते ही कुंडेश्वर मन्दिर के यह बंदर अपने राम का इंतजार नदी के घाट पर करते देखे जाते हैं. जैसे ही श्री राम बंदरों को भोज देने आते तो बंदर प्रफुल्लित हो उठते हैं. बंदरों के इस अनोखे भोज को देखने काफी लोग नदी के घाट पर पहुंचते है. बंदरों को भोज कराने वाले श्री राम का कहना हैं कि उन्हें यह प्रेरणा भगवान भोले नाथ से मिली है.