प्रमोद शर्मा/भोपालः मध्य प्रदेश के किसानों के लिए एक राहत की खबर सामने आई है. बता दें कि प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से नष्ट फसल का मुआवजा जल्द किसानों को दे दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि अगले दो माह में सरकार किसानों को मुआवजा दे देगी. कृषि मंत्री ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस को किसानों की बात करने का अधिकार नहीं है!


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कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री और मैंने ओलावृष्टि से नष्ट फसल सर्वे की मॉनिटरिंग की है. सर्वे पूरी पारदर्शिता से किया गया है. सर्वे की एक कॉपी किसानों को दी गई है. बता दें कि जनवरी के शुरुआती दिनों में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. कहीं फसल चौपट हो गई तो कहीं मंडियों में धान और मक्का भीग गई. ओलावृष्टि के चलते किसानों की चना, सरसों, आलू, टमाटर, मूंग व सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई. टीकमगढ़, मंदसौर और ग्वालियर, बैतूल क्षेत्र में ओलावृष्टि से ज्यादा नुकसान हुआ. 


शनिवार को सीएम शिवराज ने किसानों के खाते में फसल बीमा योजना के 7600 करोड़ रुपए जमा किए हैं. जिस पर कमलनाथ ने तंज कसते हुए कहा था कि प्रीमियम किसान भरें और सरकार इसे उत्सव के रूप में मना रही है. उन्होंने कहा कि 2 साल पुराना मुआवजा आज मिल रहा है तो ओलावृष्टि और अतिवर्षा की राहत राशि कब मिलेगी? कमलनाथ ने आरोप लगाया कि दावे तो बड़े-बड़े किए गए थे, 7 दिन में सर्वे और मुआवजा देने का वादा किया गया था लेकिन दो माह बीत चुके हैं और अभी तक कोई राहत नहीं मिल पाई है. 


कमलनाथ के आरोपों के बाद ही कृषि मंत्री का ताजा बयान आया है और उन्होंने दो माह में किसानों को मुआवजा देने की बात कही है. कृषि मंत्री ने कांग्रेस को भी निशाने पर लिया और आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार में किसानों के फसल बीमे का प्रीमियम भी नहीं जमा किया गया था.