अरुण त्रिपाठी/उमरिया: मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था कैसी है, इस बात का अंदाजा वन मंत्री विजय शाह को पता चल गया. सीने में लगी चोट के कारण मंत्री जी को एक्सरे की सलाह दी गई थी, जब जिला चिकित्सालय उमरिया में वन मंत्री विजय शाह एक्सरे करवाने पहुंचे तो वहां बिजली गुल और जनरेटर नदारत था. फिर क्या था वन मंत्री का एक्सरे तो हो नहीं पाया लेकिन उन्होंने अस्पताल प्रशासन को काफी फटकार लगाई, साथ ही जांच के आदेश भी दे दिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल जिला अस्पताल उमरिया में वन मंत्री विजय शाह का एक्सरे नहीं हो सका है. ये खबर चौंकाने वाली है, लेकिन सच में ऐसा हुआ है. वन मंत्री विजय शाह रविवार को जिला अस्पताल उमरिया में बाघ के हमले से घायल डिप्टी रेंजर जितेंद्र सिंह को देखने पंहुचे थे. जहां उन्होंने वनाधिकारी का हाल जाना. चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी ली और बेहतर उपचार कराने का वनाधिकारी के परिजनों को आश्वासन दिया. 


बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री को मिली बड़ी चुनौती! शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा- जोशीमठ की दरारें रोक कर दिखाएं


अस्पताल की थी बत्ती गुल
इसी बीच मंत्री ने स्वयं की पसलियों में दर्द की शिकायत पर जिला अस्पताल में एक्सरे कराने की बात कही. जिस पर अस्पताल प्रबंधन वनमंत्री विजय शाह को एक्सरे कक्ष तो ले गया लेकिन बिजली न होने पर मंत्री जी का एक्सरे नहीं हो सका. इस पर मंत्री जी ने अस्पताल में इन्वर्टर/जनरेटर होने की बात कही तो मौजूद चिकित्सक ने बताया कि वह खराब है. यह सुनकर मंत्री जी भड़क गए और अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई.


मंत्री जी ने जताई नाराजगी
मंत्री विजय शाह ने कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी को फोनकर भी नाराजगी जाहिर की और कार्यवाही के निर्देश दिए. इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष दिलीप पांडेय सहित कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे. वन मंत्री ने बताया कि सुबह वे जिप्सी से पार्क भर्मण कर रहे थे. भ्रमण के दौरान उनके सीने में चोट लग गई थी. जिसका एक्सरे कराने उन्होंने जिला अस्पताल प्रबंधन से कहा था.